आगरा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार बेटियों की सुरक्षा के लिए लाख कवायदें कर रही है, कठोर कानून बना रही है लेकिन फिर भी आधी आबादी के प्रति अपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसा ही एक मामला न्यू आगरा था क्षेत्र के दयालबाग से सामने आया है।
एक पीड़िता ने अपने ऊपर हुए अत्याचार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूबरू कराने के लिए एक पत्र लिखा है और उनसे मांग की है कि प्रधानमंत्री उसे इच्छा मृत्यु की इजाजत दे दें। इस पीड़िता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा हुआ पत्र और ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो व्यक्ति इस पत्र को पढ़ रहा है उसका दिल भी दहल जाता है। आइए अब आपको इस पूरी चिट्ठी में लिखा गया घटनाक्रम बताते हैं।
पीड़ित पूजा ने पत्र में लिखा है कि जैसे सीता मां ने अपने अस्तित्व को बचाने और अपने आप को समाज के सामने सही साबित करने के लिए अग्नि परीक्षा दी थी अब वही स्थिति मेरी भी हो गई है। मैं भी अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इच्छा मृत्यु की परीक्षा देना चाहती हूं। पिछले दिनों उसकी जिंदगी में राघवेंदर निषाद नामक युवक आया था। परिवार को भरोसे में लेकर उसने उसके साथ शादी कर ली। समाज के सामने वे दोनों पति पत्नी के रुप में रहे और वह उसके साथ संबंध भी बनाता रहा लेकिन कुछ दिनों पहले ही वह महाराष्ट्र अपने गांव वापस चला गया और उसने कहा कि अब हमारे बीच जो भी संबंध थे वह पूरी तरह से खत्म हो गए हैं।
इस घटना की शिकायत जब उसने क्षेत्रीय पुलिस से की तो पुलिस ने भी उसकी कोई मदद नहीं की। 3 महीने से वह इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराना चाहती है। धोखा देने वाले पति को सबक सिखाना चाहती है लेकिन पुलिस उसका साथ देने को तैयार नहीं है। परिवार में वह सबसे बड़ी बहन है। 5 छोटी बहनें और हैं जिससे उनके भविष्य पर भी खतरा मंडराने लगा है। समाज भी आब उसे गलत नीयत से देखने लगा है। समाज ताने मार रहा है इसलिए अब उसे अपने आप को सही साबित करने का कोई जरिया नहीं बचा है। इसीलिए आपसे मांग कर रही हूं कि आप मुझे इच्छा मृत्यु की इजाजत दे दें।