आगरा। नर्सिंग कोर्स (बीएससी, एमएससी) में प्रवेश के लिए अब नीट की तरह प्रवेश परीक्षा के बाद ही मनचाहे कॉलेज में मैरिट के आधार के एडमिशन मिलेगा। सरकार द्वारा प्रवेश परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि 18 मई व प्रवेश परीक्षा की तिथि 4 जून निर्धारित की गई है। दयालबाग 100 फुटा रोड स्थित पुष्पांजलि कॉलेज ऑफ नर्सिंग प्रवेश परीक्षा के लिए 15 दिन की निशुल्क ट्रेनिंग कक्षाएं सभी परीक्षार्थियों के लिए प्रारम्भ करने जा रहा है। इच्छुक विद्यार्थी कालेज में सम्पर्क कर सकते हैं।
यह जानकारी पुष्पांजलि नर्सिंग कॉलेज के निदेशक राजेश गुप्ता ने देते हुए बताया कि औसतन चार मरीजों पर एक नर्स और आईसीयू में एक मरीज पर एक नर्स होनी चाहिए। लेकिन देश और प्रदेश में नर्सों की कमी के चलते यह अनुपात कई गुना अधिक है। उप्र में एमएससी नर्सिंग के लिए कुल 1128 सीट हैं, जबकि पिछले वर्ष इसमें प्रवेश के लिए मात्र 230 परीक्षार्थी शामिल हुए। लोगों में अभी नर्सिंग प्रोफेशन के प्रति जागरूकता की कमी है।
नर्सिंग अब साधारण कोर्स नहीं रहा। यह भी एक तकनीकी और प्रोफेशनली क्वालिफाइड कोर्स बन गया है। सरकार द्वारा निकाले गए पदों पर 70 से 80 हजार की सेलरी फिक्स होती है। प्रतिवर्ष 4-5 हजार पद सरकार निकाल रही है। पिछले 2-3 वर्षों से बीएससी नर्सिंग के विद्यार्थियों को 35-35 हजार की सेलरी स्केल के साथ सीएसओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) के पदों पर नियुक्त किया जा रहा है।
कालेज की रजिस्ट्रार आशू यादव ने बताया कि विद्यार्थी नर्सिंग कोर्स करने के बाद हॉस्पीटल के अलावा टीचिंग के क्षेत्र में भी अपना करियर बना सकते हैं। मनोज पांडे ने कहा कि उत्तर भारत में नर्सिंग प्रोफेशन को विद्यार्थी फुल टाइम करियर कोर्स की तरह नहीं देखते। आखिरी विकल्प नहीं बल्कि 12वीं के बाद ही मेन करियर के रूप में लें, सभी देश और प्रदेश में नर्सिंग की कमी दूर हो सकेगी।
इस अवसर पर कालेज के विद्यार्थियों के लिए एक जागरूकता गोष्ठी का भी आयोजन किया गया।