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7S फॉर्मूले से 2030 तक हासिल होगा 47 बिलियन डॉलर का कारोबारी लक्ष्य

by admin
  • सीएलई के कॉन्क्लेव में एक मंच पर दिखे उद्यमी और सरकार
  • लेदर सेक्टर में भारत को वर्ल्ड लीडर बनाने पर हुआ मंथन

नई दिल्ली। काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स (सीएलई) नॉर्दन रीजन द्वारा लेदर, एक्सेसरीज, फुटवियर कॉन्क्लेव ‘LAFCAN-2023’ का आयोजन बुधवार को नई दिल्ली के होटल आईटीसी मौर्या में किया गया। कॉन्क्लेव में लेदर सेक्टर से जुड़े उद्यमी एवं भारत सरकार के वाणिज्य विभाग और विदेश व्यापार से जुड़े नीति नियंत्रकों ने भाग लिया। कॉन्क्लेव का उद्घाटन मुख्य अतिथि विदेश व्यापार महानिदेशक, वाणिज्य विभाग, भारत सरकार आईएएस संतोष सारंगी, विशिष्ट अतिथि अपर सचिव डीपीआईआईटी आईएएस राजीव सिंह ठाकुर एवं सीएलई के चेयरमैन संजय लीखा, वाइस चेयरमैन आर.के. जालान, नॉर्दन रीजनल चेयरमैन मोतीलाल सेठी एवं एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।

कॉन्क्लेव का आयोजन और मेजबानी कर रहे रीजनल चेयरमैन मोतीलाल सेठी के स्वागत उद्बोधन से उद्घाटन सत्र की शुरुआत हुई। उसके बाद विभिन्न सत्रों में मौजूद पैनलिस्ट ने लेदर सेक्टर से जुड़े मुद्दों अपनी-अपनी बात रखी।

उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि विदेश व्यापार महानिदेशक, वाणिज्य विभाग, भारत सरकार ने मौजूद उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए केंद्र सरकार की निर्यात प्रोत्साहन नीतियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत आज दुनियां में तेजी से बढ़ती आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। सरकार और उद्यमी कंधे से कंधा मिलाकर समृद्ध और विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भारत की विदेश व्यापार नीति 2023 के महत्वपूर्ण बिंदु बताते हुए इसे निर्यात के लिए वरदान बताया।

विशिष्ट अतिथि अपर सचिव औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग राजीव सिंह ठाकुर ने निर्यातकों की बाजार पहुंच में तेजी और डिलीवरी बढ़ाने में डीपीआईआईटी की भूमिका को सराहा।

सीएलई चेयरमैन संजय लीखा ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार व उद्यमियों के पारस्परिक तालमेल से आज एक सकारात्मक माहौल बना है यह हमारे आने वाले प्रत्येक लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में सकारात्मक संकेत हैं।

अपने विशेष संबोधन में सीएलई के वाइस चेयरमैन आरके जालान ने लेदर सेक्टर से जुड़ी चुनौतियों और संभावनाओं पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। नॉर्दन रीजनल चेयरमैन मोतीलाल सेठी ने सीएलई द्वारा औद्योगिक प्रोत्साहन के लिए किये गए प्रयासों पर विस्तार से जानकारी दी।

47 बिलियन डॉलर का लक्ष्य

कॉन्क्लेव में दो सत्रों में पैनलिस्ट के बीच परिचर्चा हुई जिन्हें रीजनल चेयरमैन मोतीलाल सेठी ने मॉडरेट किया। पहले सत्र में 7एस फार्मूला – स्किल, स्केल, स्पीड, सस्टेनेबिलिटी, सप्लाई चेन, स्टाइल, सेल्स के जरिये 2030 तक 47 बिलियन डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए को लेकर मंथन हुआ। जिसमें पर्ल एकेडमी के डीन एमानुएल मैया ने लेदर और फुटवियर क्षेत्र को अगले स्तर तक ले जाने में डिजाइन, स्टाइल, फैशन और ब्रांडिंग की भूमिका पर प्रकाश डाला।

सॉलिडैरिडैड एशिया के महाप्रबंधक तातिर रज़ा जैदी ने सस्टेनेबिलिटी भारत के चमड़ा और फुटवियर क्षेत्र में पर्यावरणीय स्थिरता के उभरते मुद्दे पर अपनी बात रखी। इफ्कोमा अध्यक्ष संजय गुप्ता ने आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने को लेकर आपने सुझाव दिए। एफडीडीआई के एमडी अरुण कुमार सिन्हा ने स्किल भारत में चमड़ा और जूते उद्योग में कौशल की आवश्यकता पर जोर दिया। सीएलई के पूर्व अध्यक्ष व सीओए मुख्तारुल अमीन और अकील अहमद ने भारत के चमड़ा और जूता निर्यातकों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। सीएलई के पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष पूरन डावर ने भारत से फुटवियर निर्यात बढ़ाने के लिए बिक्री और मार्केटिंग की भूमिका को बड़े प्रभावी तरीके से सामने रखा।

अंतिम सत्र में भारतीय ब्रांडों के वैश्वीकरण के साथ चमड़ा और फुटवियर सेक्टर में अगली पीढ़ी के लिए साल 2047 के रोड मैप पर चर्चा हुई। जिसमें वुडलैंड के एमडी हरकीरत सिंह, वालकारू इंटरनेशनल के एमडी वी. नौशाद, सरोज इंटरनेशनल लेदर फैशन के निदेशक करण सेठी, कैप्सन्स के निदेशक वरुण कपूर, ब्रांड फोलियो के कंट्री हेड आशीष बंसल, लीड फैशन एक्सेसरीज एवं रेमंड अपैरल के अभिषेक त्रिपाठी ने अपने अनुभव साझा किये।

दिग्गजों को मिला निर्यात पुरस्कार

लेदर सेक्टर में उत्कृष्टता के लिए भारत के उत्तरी क्षेत्र के निर्यातकों को पुरुस्कृत किया गया। फैशन डिज़ाइन कॉउंसिल ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन एवं फाउंडर एमडी डिज़ाइन अलायन्स एंड अलायन्स मर्चेंडाइजिंग कंपनी के सुनील सेठी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने उद्यमिता के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों में उत्कृष्टता के लिए एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर और बीसीसीआई के अध्यक्ष सुभाष जग्गा को उत्कृष्ट उपलब्धि पुरस्कार से सम्मानित किया।

अन्य श्रेणियाँ में प्रमुख रूप से मिर्जा इंटनेशनल के विजय भदौरिया, गुप्ता एचसी ओवरसीज के गोपाल गुप्ता, भारतीय इंटरनेशनल के राज चावला, टांगरिने डिज़ाइन के अंगद धवन, लाइनर शूज के गौतम मेहरा, रिलेक्सो फुटवियर के रितेश दुआ, अपोलो इंटरनेशनल के दीपक सहगल और महिला उद्यमी के रूप में अल्पाइन अप्प्रैस ग्रुप की आनन्दिका लीखा टंडन, रोजर इंडस्ट्रीज की दलबीर कौर, बीएन इंटरप्राइजेज की ज्योत्सना शर्मा को निर्यात पुरुस्कार प्रदान किया गया।

कॉन्क्लेव में ब्रिटिश उच्चायोग में निवेश मामलों के रणनीति प्रमुख विक्रम सिंह, निवेश और व्यापार आयुक्त जॉन साउथवेल और यूरोपीय यूनियन में भारत और भूटान के प्रतिनिधि मंडल के साथ राजनयिक, निवेश बैंकर और कॉर्पोरेट सलाहकार विजय मेहता, एफएएफएम के अध्यक्ष कुलदीप सिंह कोहली विशेष रूप से मौजूद रहे। वहीं अतिथियों का अंत में धन्यवाद ज्ञापन सीएलई के कार्यकारी निदेशक आईएएस आर सेल्वम ने किया।

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