प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में न्यूज पोर्टल न्यूज़ क्लिक के दफ्तर पर छापा मारा था। दरअसल पोर्टल पर करीब ₹30 करोड़ रुपए की धांधली करने का आरोप लगाया गया था। ईडी के अनुसार जिस अमेरिकी कंपनी से इन्होंने पिछले 3 वर्ष में 30 करोड़ रुपए लिए, वह बहुत पहले ही भंग हो चुकी है। इसलिए ईडी की एक टीम ने न्यूज़ पोर्टल के संपादक प्रबीर पुरकयस्थ के घर पर भी धावा बोला।
न्यूज़क्लिक न्यूज़ पोर्टल के एडिटर इन चीफ के घर पर पड़ा छापा करीब 114 घंटों के बाद समाप्त हुआ। यह छापा न्यूज़क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के घर पर रविवार को 1:30 बजे समाप्त हो गया।
ईडी के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, “कुछ महीने पहले दर्ज एफआईआर के बल पर हमने Prevention of Money Laundering Act के अंतर्गत छापा मारा, और 30 करोड़ रुपए के फंडिंग से जुड़े कुछ अहम साक्ष्य मिले, वो भी उस कंपनी से जो बहुत पहले लिक्विडेट यानी भंग हो चुकी है”।
जबकि पोर्टल ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि “DIGIPUB News India Foundation का मानना है कि ED द्वारा NewsClick, उसके संपादकों एवं निदेशकों के घर छापा मारना सरकार का विरोध करने वाले निष्पक्ष पत्रकारों का दमन है। इससे ना सिर्फ सरकार की तानाशाही छवि सामने आती है, बल्कि लोकतंत्र की स्वतंत्रता को भी खतरा बना हुआ है।”
वहीं प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने इस छापे को पत्रकारिता पर कायराना हमला बताया है तो वही एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का समर्थन किया है दरअसल न्यूज़क्लिक भी किसान आंदोलन के नाम पर भ्रामक तथ्यों और असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के रडार पर है इस बात को अपने बयान में प्रेस क्लब ने रेखांकित भी किया है। सबसे ज्यादा यह बात अभिसार शर्मा को खटकी क्योंकि जिस वक्त छापा पड़ा उस वक्त वह स्टूडियो में रिकॉर्डिंग कर रहे थे। इसलिए अब इनकी और सरकार के विरोध में अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।