आगरा। अपने वतन वापस लौटे भारतीय सेना के जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन का ताजनगरी आगरा से पुराना नाता है। जी हां जिस वक्त भारतीय सीमा पर जावाजी दिखाते वक्त विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान में बंधक बनाया गया था और जब पूरा देश विंग कमांडर अभिनंदन की सकुशल रिहाई के लिए दुआ मांग रहा था।उसी वक्त विंग कमांडर अभिनंदन के ससुर और सास ताजनगरी आगरा पहुंचे थे।
ताजनगरी आगरा पहुंचे विंग कमांडर अभिनंदन के सास , ससुर ने गुरु महाराज के यहां अपने दामाद और भारतीय सेना के जांबाज अफसर विंग कमांडर अभिनंदन की सकुशल वापसी की अर्जी लगाई थी। इतना ही नहीं अभिनंदन के सास, ससुर आगरा के दयालबाग के मेहर बाग स्थित मकान नंबर 66 हैप्पी के मकान में पूरी रात रूके थे।
भारतीय सेना के जांबाज अफसर विंग कमांडर अभिनंदन की वतन वापसी के बाद जहां पूरा देश खुशी मना रहा है। तो वहीं आगरा के दयालबाग स्थित मेहरबाग में रहने वाले सत्संगी समाज के लोगों में भी भारी हर्षोल्लास है।
सत्संग समाज के लोगों का कहना है कि विंग कमांडर अभिनंदन कि जब वतन वापसी हुई और ताजनगरी आगरा में विंग कमांडर अभिनंदन के सास ससुर ने गुरु महाराज की अर्जी लगाई। उस वक्त गुरु महाराज ने विंग कमांडर अभिनंदन के सास ससुर को आशीर्वाद देते हुए आश्वस्त किया। कि अभिनंदन अपने वतन सकुशल वापस लौटेंगे।
मून ब्रेकिंग की टीम शनिवार को दयाल बाग स्थित मेहर बाग पहुंची। मेहरबाग में रहने वाले सत्संगी समाज के लोगों से जब मून ब्रेकिंग की टीम ने बातचीत की तो इस बात की तस्दीक हुई कि हां जब पाकिस्तान ने भारतीय सेना के जांबाज अफसर अभिनंदन को बंधक बनाया और उन पर जुल्म ढाया।
उस वक्त जांबाज अफसर अभिनंदन की सकुशल वतन वापसी के लिए अभिनंदन के सास और ससुर आगरा गुरु महाराज के यहां अर्जी लगा कर गए थे। बताया यह भी जा रहा है कि भारतीय सेना के जांबाज अफसर विंग कमांडर अभिनंदन की सकुशल वतन वापसी के बाद विंग कमांडर अभिनंदन अपने परिवार और ससुराल के लोगों के साथ एक-दो दिन में आगरा आ कर गुरु महाराज का शुकराना अदा कर सकते हैं।
शुकराना मतलब इसे सत्संग समाज की भाषा में शुक्रिया कहा जा सकता है। अब ताज नगरी आगरा के दयालबाग में रहने वाले सत्संगी समाज के लोगो को उस पल का इंतजार है। जब विंग कमांडर अभिनंदन अपने परिवार और ससुराल के लोगों के साथ गुरु महाराज के यहां आए और शुक्राना अदा करें।