पूर्व सांसद व सपा के वरिष्ठ नेता चौधरी बिजेंद्र सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय व डिफेंस कॉरिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम में राजा महेंद्र प्रताप के प्रपौत्र चरत प्रताप सिंह को निमंत्रण देकर उन्हें बेइज्जत करने का काम किया गया है।
बुधवार को वह पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि राजा के प्रपौत्र चरत प्रताप सिंह को मोदी-योगी के कार्यक्रम में यह कहकर बुलाया गया था कि राजा के परिवार का स्वागत व सम्मान जनता की अदालत मंच पर किया जाएगा। वह नीचे बैठे रहे, लेकिन उन्हें मंच पर नहीं बुलाया गया। जिस समाज में राजा ने जन्म लिया, उस समाज के एक व्यक्ति को सम्मानित तरीके से मंच पर नहीं बिठाया गया। इस अपमान का बदला सर्व समाज व जाट समाज वोट की ताकत से लेगा। उन्होंने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सम्मान के पात्र थे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भाजपा उनके नाम से विश्वविद्यालय का नाम करके वोटों की फैक्टरी चलाए। इस विश्वविद्यालय में देश व प्रदेश सरकार का कोई योगदान नहीं है।
विश्वविद्यालय के लिए अनुसूचित जाति व पिछड़ों के पट्टों की जमीन को डंडों के दम से कब्जा कर लिया गया। इगलास चुनाव में उन्होंने विश्वविद्यालय प्रस्तावित किया था। इसलिए राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय का नाम रख दिया गया। बच्चों ने संघर्ष किया, कुर्बानी दी। विश्वविद्यालय बनना ही था, आज नहीं तो कल, लेकिन भाजपाई केवल वोट के लिए राजा व समाज को इस्तेमाल करना चाहते हैं, जो सबसे बड़ा धिक्कार है।
पूर्व सांसद ने कहा कि जहां तक डिफेंस कॉरिडोर का गुणगान पीएम मोदी करके गए, उसमें किसानों की चकबंदी की जमीन, ग्राम पंचायत की जमीन कौड़ियों के भाव उद्योगपतियों को दे दी गई, जिसमें अरबों रुपये खर्च करके पांच सौ लोगों को रोजगार मिलेगा। केवल उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए डिफेंस कॉरिडोर का वह राग अलाप रहे हैं।