शनिवार को भारतीय तैराक साजन प्रकाश (Sajan Prakash) ने शानदार प्रदर्शन से इतिहास रच दिया और तैराकी के क्षेत्र में भी भारत ( India) को विश्व पटल पर लाकर रख दिया। दरअसल साजन प्रकाश ओलंपिक ‘ए’ क्वालीफिकेशन ( Olympic ‘A’ qualification) टाइम पार करने वाले पहले भारतीय तैराक बन गए। उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई वर्ग में 1:56.38 सेकंड के समय में पूरा किया। जबकि एफ आई एन ए ( FINA) मान्यता प्राप्त ओलंपिक क्वालीफाइंग मीट की योग्यता मानक 1:56.48 का था।
27 वर्षीय साजन प्रकाश ने रोम में सेट्टे कोली ट्रॉफी में पुरुषों के 200 मीटर बटरफ्लाय वर्ग में एक मिनट 56.38 सेकंड का समय निकाला। बहरहाल रियो ओलंपिक 2016 खेल चुके साजन टोक्यो ओलंपिक ‘ए’ स्टैंडर्ड में प्रवेश में 0.1 सेकंड से सफल हुए। टोक्यो ओलंपिक ए स्टैंडर्ड 1: 56.48 सेकंड है।वहीं केरल के इस तैराक ने पिछले सप्ताह बेलग्रेड ट्रॉफी तैराकी प्रतियोगिता में 1: 56.96 सेकंड का समय निकाला था।
ओलंपिक क्वालीफाइंग की समय सीमा 27 जून निर्धारित की गई है, रोम में साजन की उपलब्धि ने भारतीय तैराकी के लिए एक नया माइलस्टोन स्थापित कर दिया है। इस दौरान भारतीय तैराकी महासंघ के महासचिव मोनल चोकशी ने कहा, “यह भारतीय तैराकी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, और हम सभी रोम के सेटे कोली में Sajan के प्रदर्शन से बिल्कुल रोमांचित हैं, जो ‘ए’ क्वालीफाइंग मार्क के लिए आखिरी मौका था। साजन की उपलब्धि ने भारतीय तैराकी में अवरोध पार कर दिया है जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। यह शानदार परिणाम महामारी से उत्पन्न कई चुनौतियों के बावजूद आया है।”
वहीं साजन ने इतिहास रचने के बाद कहा, “मैंने इसके लिए बहुत मेहनत की है, और जिस तरह से मैंने प्रशिक्षण लिया था, उससे मैं आश्वस्त था। यह मेरा आखिरी मौका था, और मुझे पता था कि मुझे इसे प्रतिस्पर्धा में पूरा करना है। पिछले मुकाबलों में क्वालीफाइंग मार्क के बहुत ही करीब आ चुका था, लेकिन मेरे कोच प्रदीप सर और मैंने अपनी टेपरिंग की योजना इस तरह से बनाई कि मैं सर्बिया और रोम में इन दो इवेंट्स में शिखर पर पहुंच जाऊं।”
इस दौरान साजन प्रकाश के रोमांचित करने वाले प्रदर्शन पर खुशी का इजहार करते हुए स्विमिंग फेडरेशन ( swimming federation) के कार्यकारी निदेशक वीरेंद्र नानावती ( Virendra Nanavati) ने साजन प्रकाश को बधाई देते हुए कहा, “हम सभी बहुत खुश हैं कि एक भारतीय तैराक आखिरकार ओलंपिक खेलों के लिए ‘ए’ क्वालीफाइंग समय के साथ विश्व मंच पर पहुंच गया है। यह एक सपना रहा है और यह आज सच हो गया है।”