भारत सरकार द्वारा भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को अनुदान के रूप में 20 जनवरी से कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। बता दें कोविशील्ड वैक्सीन की डेढ़ लाख डोज पहली खेप में भारत से भूटान रवाना कर दी गई है।यह वैक्सीन की खेप महाराष्ट्र के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भूटान की राजधानी थिंपू के लिए रवाना कर दी गई है। इसी प्रकार भारत अपने पड़ोसी देशों को अनुदान के तहत वैक्सीन मुहैया करवा रहा है।
विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत सरकार को पड़ोसी और प्रमुख देशों की ओर से भारत में बनी वैक्सीन की आपूर्ति के लिए अनुरोध किया गया है।
इन प्राप्त अनुरोध के एवज में भारत सरकार ने आपूर्ति करने का निर्णय लिया है।दरअसल विदेश मंत्रालय का कहना है कि श्रीलंका अफगानिस्तान और मॉरीशस के संबंध में आवश्यक मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
साथ ही मंत्रालय ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण होने के बाद चरणबद्ध तरीके से टीकाकरण अभियान लागू किया जाएगा। चरणबद्ध तरीके से घरेलू आवश्यकताओं के मद्देनजर भारत आगामी दिनों और महीनों में क्रमबद्ध तरीके से कोशिश टीकों की आपूर्ति करेगा।
विदेश मंत्रालय का कहना है कि ट्रकों की आपूर्ति करने से पहले एक प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय और प्रांतीय स्तर पर आयोजित किया गया। इसमें प्रशासनिक और परिचालन पहलुओं को कवर करते हुए 19-20 जनवरी 2021 को टीकाकरण प्रबंधकों, कोल्ड चेन अधिकारियों, संचार अधिकारियों और प्राप्तकर्ता देशों के डेटा प्रबंधकों को शामिल किया गया है।
भारत पहले भी कर चुका है मदद:
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत पहले भी महामारी के दौरान बड़ी संख्या में देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, रेमडेसिविर और पेरासिटामोल गोलियों के साथ-साथ डायग्नोस्टिक किट, वेंटिलेटर, मास्क, दस्ताने और अन्य चिकित्सा की आपूर्ति कर चुका है। अलग-अलग भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के तहत सहयोगी देशों के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और प्रशासकों के लिए कई प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जो महामारी से निपटने में हमारे अनुभव को साझा करते हैं।
भारत ने अपने पड़ोसी देश बांग्लादेश को तोहफे के रूप में कोविशील्ड टीके की 20 लाख खुराक देने का निर्णय लिया है।भारतीय उच्चायोग के पत्र का हवाला देते हुए मीडिया में इस बात को कहा गया कि एक विशेष विमान से ये टीके शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 20 जनवरी को आएंगे।स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मालेक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) द्वारा कोरोना टीकों के लिए अतिरिक्त भंडारण प्रदान किया जाएगा। गौरतलब है कि 8 जनवरी को बांग्लादेश ने भारत से कोविशील्ड टीके की 30 मिलियन खुराक की खरीद को मंजूरी दी थी।
अलावा इसके कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन ने पूर्ण से बचाव के लिए कोरोना रोधी टीका उपलब्ध कराने में भारत सरकार से मदद मांगी है। उन्होंने अनुरोध किया कि कंबोडिया के लोगों को संक्रमण से बचाने में मदद करने के लिए भारत कोरोना टीकों का दान करे। एक बैठक के दौरान कंबोडिया में भारतीय राजदूत देवयानी उत्तमखोबरागड़े के साथ प्रधानमंत्री ने यह अनुरोध किया। कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन ने भारत को कोरोना टीकों के सफल उत्पादन के लिए भी बधाई दी। हाल ही में चीन द्वारा भी कंबोडिया को पीके दान किए गए थे लेकिन इसके बावजूद भी कंबोडिया को अभी और भी टीको की आवश्यकता है।