आगरा। बुधवार को न्याय के मंदिर आगरा दीवानी में दिनदहाड़े उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद हत्यारोपी अधिवक्ता साथी मनीष शर्मा ने खुद को भी गोली मार कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। मनीष शर्मा का इलाज दिल्ली के मेदांता अस्पताल में चल रहा है। जहां मनीष शर्मा मौत और जिंदगी से जूझ रहा है तो वहीं घटना स्थल पहुंचे एसएसपी आगरा ने पूरी टीम के साथ में आगरा दीवानी का निरीक्षण किया है।
घटनास्थल का निरीक्षण और आगरा दीवानी का निरीक्षण करने के बाद जिले के पुलिस कप्तान जोगेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान आगरा दीवानी के सभी प्रमुख द्वार पर सुरक्षा बढ़ाए जाने की बात कही है। एसएसपी आगरा का कहना है कि इस मामले में एक रिटार्यड इंस्पेक्टर भी मौजूद था। पुलिस जांच करने के साथ-साथ रिटायर्ड इंस्पेक्टर से भी पूछताछ कर रही है।
एसएसपी आगरा जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में पुलिस मामले की तफ्तीश और जांच पड़ताल कर रही है और साइबर एक्सपर्ट्स का भी सहारा लिया जाएगा। शव का पोस्टमार्टम एक पैनल के द्वारा कराया गया है तो वहीं इस बात पर भी पुलिस अब गहन चिंतन करेगी कि आगरा दीवानी में असलहे की पूर्ण तरीके से पाबंदी की जाए।
एसएसपी आगरा जोगिंदर सिंह का कहना है कि हत्यारोपी कोई और नहीं बल्कि अधिवक्ता साथी है। इसलिए पुलिस टीम परिवार के लोगों से भी बातचीत कर रही है कि आखिर इस पूरी घटना के पीछे का कारण क्या रहा।
घटना के बाद आक्रोशित अधिवक्ताओं का कहना है कि न्यायालय परिसर में पूर्ण रुप से असलहे पर पाबंदी लगा दी जाए। चाहे वो न्याय के मंदिर में आने वाला वादकारी हो या फिर अधिवक्ता क्यों ना हो और अगर इस मामले पर पुलिस अमल नहीं करती है तो आने वाले दिनों में अधिवक्ता आंदोलन को बाध्य होंगे।