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22 जिलों के अधिवक्ता हुए न्याययिक कार्य से विरत, दरवेश यादव के प्रति व्यक्त की संवेदना

by pawan sharma

आगरा दीवानी के अंदर उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की हत्या के बाद पूरे उत्तर प्रदेश के अधिवक्ताओं में तीखा आक्रोश है। जहां सभी अधिवक्ता मृतका दरवेश के प्रति शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं तो वहीं आगरा में गुरुवार को आगरा जिले की सभी तहसील और न्यायालय परिसर और कचहरी में काम करने वाले अधिवक्ता भी न्यायिक कार्य से विरत रहे।

अधिवक्ताओं का कहना था कि दरवेश यादव की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या केवल आगरा ही नहीं बल्कि पूरी उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी घटना है। शोक संवेदना व्यक्त करने वाले अधिवक्ताओं में कहीं न कहीं घटना के प्रति नाराजगी भी देखी जा रही थी। मीडिया के सामने बातचीत करते हुए अधिवक्ताओं का कहना था कि आगरा दीवानी के अंदर उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष और आगरा के उभरते चेहरे को मौत की नींद सुलाने की घटना ने सब को हिला कर रख दिया है। ऐसे में अधिवक्ता गुरुवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे।

गुरुवार को आगरा दीवानी का नजारा कुछ बदला बदला सा था। सुबह से ही वादकारी आगरा दीवानी पहुंच जरूर रहे थे मगर काम करने के लिए वकीलों के हाथ नहीं उठे। घटना के बाद सिहर उठे वकीलों ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय ले लिया था। आगरा दीवानी, आगरा तहसील, आगरा फतेहाबाद तहसील, आगरा बाह तहसील, आगरा एत्मादपुर तहसील के अलावा आगरा जनपद और उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के अधिवक्ता गुरुवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे।

हालांकि इस मामले पर शासन प्रशासन से लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार गंभीर है। मगर अफसोस इस बात का है कि दरवेश यादव की हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि एक दशक से उनका साथी रहा मनीष शर्मा है।

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