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प्रशासनिक मशीनरी फेल होने के बाद व्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए आईजी ने समाजसेवियों-चिकित्सकों के साथ की बैठक

by admin
IG meeting with social workers-doctors to fix arrangements after the administrative machinery failed

Agra. कोरोना संक्रमण के कारण पिछले कुछ दिनों में शहर की जो स्थिति बनी है वो किसी से छुपी नही है। मरीजों को इलाज के लिए तरसना पड़ा तो ऑक्सीजन के अभाव में लोगों ने अपनों को दम तोड़ते हुए देखा। रेमडेसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी के कारण तमाम कोरोना संक्रमित मरीजों को रेमडेसिवर ही नहीं मिला। स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखना सरकारी मशीनरी की जिम्मेदारी थी लेकिन वो भी फैल हुई तो लॉकडाउन के कारण अब गरीब मजदूर वर्ग दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे हैं जो उन्हें मिल नहीं पा रही।

इन सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने और लॉकडाउन में आम व्यक्ति की मदद के लिए आईजी रेंज आगरा नवीन अरोड़ा ने कदम बढ़ाया है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और ज्यादा दुरुस्त बनाने के लिए कमान अपने हाथों में ली है। गुरुवार को आईजी रेंज ने शहर के तमाम समाजसेवियों, चिकित्सकों व एनजीओ के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में वर्तमान परिस्थितियों पर चर्चा की गई। इस समय हर मरीज को बेहतर इलाज, रेमडेसिवर इंजेक्शन की उपलब्धता व लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद कैसे हो, इस पर चर्चा की और सभी से सहयोग मांगा।

अभी तक इन सभी की व्यवस्थाओं को प्रशासनिक स्तर से किया जा रहा था लेकिन पिछले कई दिनों से हर क्षेत्र में प्रशासनिक मशीनरी फेल हो गयी। न तो मरीजों को इलाज और ऑक्सिजन मिली और न ही गरीबो को किसी तरह की मदद मिल सकी। इस बैठक के दौरान आईजी रेंज ने उन समाजसेवियों से भी वार्ता की जो पिछले लॉकडाउन में लोगों की मदद के लिए आगे आये थे। चिकित्सकों से वार्ता करते हुए वर्तमान स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति समझी और मरीज को कैसे बेहतर इलाज मिले इस पर चर्चा की।

आईजी रेंज आगरा नवीन अरोड़ा ने बताया कि आज शहर के समाजसेवियों, चिकित्सकों और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की है। वर्तमान में जो परिस्थितियों बनी है उनमें पुलिस लोगों की पूरी तरह मदद नहीं कर पाई है। चारों ओर पैनिक की स्थिति बनी हुई है। कोई ऑक्सिजन का स्टोरेज कर रहा है तो दवाओं की कालाबाजारी शुरु हो गयी है। इसलिए चिकित्सकों से कहा गया है कि अपने यहाँ अलग अलग मरीजों का चार्ट बनाये। यह देखें कि उन मरीजों को जरूरत का इलाज मिला है या नही। फिर उससे डिमांड व सप्लाई का कंपेरिजन करे जिससे सही स्थिति सामने आएगी और उस पर काम हो सकेगा।

आईजी रेंज आगरा नवीन अरोड़ा ने बताया कि चिकित्सकों से अपील की गई है कि अगर मरीज को रेमडेसिवर की आवश्यकता है तभी उसे प्रेसक्राइब्ड करे जिससे रेमडेसिवर की शॉर्टेज न हो। हॉस्पिटल प्रशासन अपनी इलाज की दरें भी कम ही रखें और तीमारदारों से व्यवहार ठीक रखे जिससें और ज्यादा पैनिक न हो। आईजी रेंज आगरा नवीन अरोड़ा ने समाजसेवियों से भी लॉकडाउन से प्रभावित गरीब व जरूरतमंदो की मदद के लिए भी आगे आने की अपील की है।

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