Agra. जीत की घोषणा के बाद पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल की पुत्रवधू सीमा चौधरी को हारा हुआ घोषित किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। स्थानीय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल ने जिला पंचायत सदस्य बनी बबिता चौहान के पति जितेंद्र चौहान पर हमला बोला है।
पत्रकारों से रूबरू होते हुए पूर्व सांसद बाबूलाल ने ने कहा है कि जितेंद्र चौहान ने पैसे के दम पर साजिश रचकर उनकी पुत्रवधू को चुनाव हरवाया है, क्योंकि जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ में उनकी पुत्रवधू भी शामिल थी।
आपको बताते चले कि वार्ड 20 से पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल की पुत्रवधू सीमा चौधरी जिला पंचायत सदस्य की प्रत्याशी थी। स्थानीय प्रशासन ने पहले उन्हें विजेता घोषित किया और कुछ देर बाद उन्हें हारा हुआ घोषित करते हुए बसपा समर्थित प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र देकर उसे विजेता घोषित कर दिया। बुधवार रात को पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल अपने समर्थकों के साथ जिला मुख्यालय पहुँचे और कुर्सी डालकर वहीं पर धरने पर बैठ गए। पूर्व सांसद को धरने पर बैठा देख समर्थक भी उनके साथ हो लिए और धरना शुरू कर दिया। देर रात तक चौधरी बाबूलाल और उनके समर्थक प्रदर्शन करते रहे।
पूर्व सांसद चौधरी बाबुलाल ने कहा कि एडीएम प्रोटोकॉल ने जितेंद्र चौहान से पैसे लेकर उनकी पुत्रवधू को हराया। क्योंकि जितेंद्र चौहान की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदार है और हमारी पुत्रवधू भी दावेदार थी। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने सबसे अंत में उनके वार्ड की घोषणा की और चुपचाप बसपा प्रत्याशी को बुलाकर जीत का प्रमाण पत्र दे दिया। इस दौरान उन्होंने राज्यमंत्री चौधरी उदयभान और सांसद राजकुमार चाहर पर भी हमला बोला। उनका कहना था कि इस घटना में राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह और सांसद राजकुमार चाहर भी शामिल है। क्योंकि दोनों ने चुनाव के दौरान उनकी पुत्रवधू को हराने के लिए काम किया।
पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल ने साफ कहा कि ‘हम जीते हुए हैं। प्रशासन हमें जीत का प्रमाण पत्र दे। अगर ऐसा नही होता है तो यह अधिकारी सरकार को बदनाम करने का काम कर रहे है, साथ ही लानत है ऐसी पार्टी में रहने पर। हमनें पार्टी हाई कमान से कह दिया है कि न्याय नहीं मिला तो वो इस पार्टी में किसी भी सूरत में रहने का कोई मतलब नहीं है।’