मेरठ में शिक्षा व्यवस्था और मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। मेरठ में एक हॉस्टल पर छात्राओं ने बाथरूम में गंदगी के नाम पर कपड़े उतरवाने का आरोप लगाया है। निजी हॉस्टल में रह रही छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल के बाथरूम में गंदगी थी, जिसके बाद प्रशासन ने कपड़े उतरवाकर मामले की जांच की गई। घटना के बाद एक छात्रा ने पूरे प्रकरण की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं हॉस्टल प्रशासन ने सभी आरोपों को निराधार बताया।
घटना की शिकायत करने वाली छात्रा का कहना है कि उसके पीरियड्स चल रहे थे। इस दौरान बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था जिसकी वजह से बाथरूम गंदा हो गया। इसको लेकर प्रशासन हंगामा करने लगा और उसने सभी छात्राओं के कपड़े उतरवाकर मामले की जांच करवाई गई।
छात्रा के परिजनों ने बताया कि अपनी बेटी और भांजी का एडमिशन हॉस्टल में कराया था। जहां से 19 सितंबर को भांजी का फोन आया और उसने बीमार होने की बात कही। जिसके बाद उसे डॉक्टर के पास ले जाने के दौरान घटना की जानकारी हुई। वहीं जब इस संबंध में प्रबंधक से बात की गई तो वह अभद्रता करने लगे। परिजनों का कहना है जब हम अपनी बच्ची को लेने हॉस्टल गए थे तो उस वक्त कई अन्य परिजन भी इसी मामले को लेकर अपनी बच्चियों को लेने पहुंचे थे।
मामले में पुलिस विभाग के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि इस संबंध में शिकायत मिली है। जांच के लिए पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं और मामले की जांच शुरू हो गई है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
हॉस्टल प्रबंधन का इस संबंध में कहना है कि सभी आरोप निराधार है। जिस छात्रा ने आरोप लगाए हैं उसे पुलिस की मौजूदगी में बयान कराने के बाद परिजनों को सौंपा गया था। इस मामले में विरोधियों के साथ मिलकर बदनाम करने के लिए घिनौने आरोप लगाए जा रहे हैं।