राजस्थान के नागौर के बालाजी क्षेत्र में मंगलवार सुबह तूफान गाड़ी और ट्राले की टक्कर में 12 लोगों की मौत हो गई। इस सड़क हादसे में उज्जैन जिले की घट्टिया तहसील के तीन गांवों के 12 लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही उनके परिजनों में चीखपुकार मच गयी। गांवों में मातम पसर गया। कलेक्टर, एसपी सहित अन्य अधिकारियों ने गांव पहुंचकर परिवारवालों का सांत्वना दी। तूफान गाड़ी में कुल 18 लोग बैठे थे। 6 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। इनका इलाज नागौर में किया जा रहा है। दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख व्यक्त किया।
बताया जा रहा है कि 12 सीटर जीप (तूफान) में 18 लोग सवार थे। उज्जैन के घटिया थाना प्रभारी विक्रम सिंह चौहान ने बताया कि गांव से 40 लोग 3 गाड़ियों में सवार होकर रविवार शाम को गए थे। करणी माता के दर्शन के बाद दो गाड़ियां दर्शन के लिए रामदेवरा चली गईं, जबकि तूफान जीप के लोग बालाजी दर्शन के लिए जा रहे थे। इस बीच नागौर से नोखा की तरफ जा रहे ट्रेलर ने टक्कर मार दी। हादसे में 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि 4 की अस्पताल में मौत हुई।
पुलिस के अनुसार घट्टिया थाना क्षेत्र के सज्जनखेड़ा, बिछड़ौद, दौलतपुर क्षेत्र के लोग रामदेवरा गए थे। हादसे में लीला बाई, सजन बाई, संतोष, उमराव, राधाबाई, संपत बाई, गोपाल, तेजूबाई, सुमित पुत्र संतोष, प्रवीण पुत्र रामचंद्र, साहिल पुत्र धर्मेंद्र, रमेश पुत्र भागीरथ की मौत हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम राहत कोष से हादसे में जान गंवाने वालों के पीड़ित परिवारों को दो-दो लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रदेश सरकार की ओर से पीड़ित परिवारों को दो-दो लाख रुपए देने और घायलों का इलाज कराने का ऐलान किया है।