आगरा। कोराना वॉयरस के संक्रमण को आगरा में रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। फील्ड वर्कर जहां शहर से लेकर देहात तक पर नजर रखे हैं। वहीं तैयार किये गए कंट्रोल रूम के माध्यम से हर जरूरतमंद तक पहुंचने का सिलसिला जारी है। यह कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है। सीएमओ मुकेश कुमार वत्स की निगरानी में कोरोना पीड़ितों का इलाज किया जा रहा।
सीएमओ मुकेश कुमार वत्स ने बताया कि अभी तक आगरा में 12 केस सामने आए हैं। इसमें 8 ठीक हो चुके हैं, चार का इलाज चल रहा है। तबलीगी जमात के 104 लोग विभिन्न मस्जिदों में मिले हैं। उन्हें अलग-अलग रखते हुए कुछ के सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। अभी तक करीब 500 लोगों के सैम्पल लिए जा चुके हैं।

कोविड -19 के नोडल आफिसर डा. पीयूष जैन ने बताया कि कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए सेंट्रल कंट्रोल रूम बनाया गया। यहां पर 24 घंटे टेलीफोन लाइन ओके है। डीएम और सीएमओ के सुपरविजन में सारे कर्मचारी आपदा की घड़ी में पूरी शिद्दत के साथ डटे हुए हैं।
उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि मैसेज मिलने पर आरआरटी हेल्थ तुरन्त मरीज के पास पहुंचती हैं। उसे परामर्श देती हैं। लक्षण पाए जाने की स्थिति में जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कालेज अपनी देखरेख में आरआरटी एम्बुलेंस से भेजती है। जिनमें कोरोना का लक्षण नहीं मिलते हैं। उन्हें 14 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन की सलाह दी जाती है। सभी विदेश व अन्य प्रदेश से लौटे लोगों को 14 दिन निगरानी करते हुए फालोअप किया जा रहा।
उन्होंने बताया कि आरआरटी हेल्थ टीम को शहरी इलाके के 12 क्षेत्रों में बांटा गया है। टीम अपने क्षेत्र में मौजूद रहती है। मैसेज पाते ही ट्रेस कर टीम मौके पर पहुंचती है। चार टीमें रात में ट्रैकिंग कर रही हैं।