आगरा। रेलवे में बढ़ते अपराध को लेकर सक्रिय नजर आ रही जीआरपी और आरपीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। संयुक्त चेकिंग के दौरान जीआरपी ने चार अभियुक्तों को हिरासत में लिया जिनके पास से चोरी का माल और अपराध में प्रयोग होने वाले चाकू भी बरामद किए हैं। जीआरपी ने सभी चारों अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को अंजाम देकर जेल भेज दिया है। इस पूरे घटना का अनावरण जीआरपी आगरा कैंट इंसेक्टर विजय चक ने प्रेसवार्ता के दौरान किया।
प्रेसवार्ता के दौरान जीआरपी इंस्पेक्टर विजय चक ने बताया कि अपराधियों पर नकेल कसने के लिए जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त चेकिंग चल रही है। चेकिंग के दौरान बीती देर शाम प्लेटफॉर्म पर खड़ी ट्रैन में संदिग्ध अवस्था में देखा। चेकिंग टीम ने इन अभियुक्तों की तलाशी ली और चाकू बरामद हुए। सभी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ और इनका आपराधिक इतिहास खंगालने पर पता चला कि इस गैंग के दो सदस्य राहुल और महेश पहले भी जेल जा चुके है। राहुल कैंट से जेल गया है और महेश कानपुर जीआरपी थाने से ट्रेन में चोरी के मामले में जेल गया है।
जीआरपी इंस्पेक्टर विजय चक ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों से तीन चाकू एक सोने की चैन और सोने की अंगूठी और कुछ चांदी के आभूषण के साथ 10 हजार नगद बरामद किए हैं।
जीआरपी इंस्पेक्टर विजय चक ने बताया कि यह पूरा गैंग है जो चलती ट्रेनों में यात्रियो की घेराबन्दी कर उनके सुटकेश व बैग में से सोने चांदी के आभूषण और नगदी चुराने का काम करते है। यात्री को पता चलने पर वो विरोध करे तो चाकुओं से डरा धमकाकर फरार हो जाते हैं।