Agra. मोहब्बत की निशानी ताजमहल पर अगर कोई प्राकृतिक आपदा आ जाये तो ताजमहल में मौजूद पर्यटकों को कैसे सुरक्षित निकाला जाए इसको लेकर एनडीआरएफ की मॉकड्रिल हुई। इस मॉकड्रिल के दौरान सीआईएसएफ और प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद रहे। मॉकड्रिल के दौरान एनडीआरएफ की टीम ने प्राकृतिक आपदा के दौरान कैसे निपटा जाता है उसका पूरा रिहर्सल करके सभी को दिखाया।
सहम गए थे पर्यटक
एनडीआरएफ की टीम की ओर से अचानक से ताजमहल पर रस्सियों से बेरिकेटिंग करके पर्यटकों को अचानक से रोकने और चारो ओर घेराबंदी होता देख पर्यटक कुछ देर के लिए बुरी तरह सहम गए। लोगों को समझ नही आया कि हो क्या रहा है लेकिन स्थिति को देख समझ गए कि कोई अप्रिय घटना घटी है। बाद में पता चला कि यह एक मॉक ड्रिल है तब जाकर पर्यटकों ने राहत की सांस ली और इसे उत्साह के साथ देखा।
कैसे सुरक्षित किये जायें पर्यटक
एनडीआरएफ की ओर से यह मॉकड्रिल आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत की गई। एनडीआरएफ की टीम ने ताजमहल पर किसी भी तरह का भूकंप आने या फिर अन्य हादसे में पर्यटकों को कैसे कैसे सुरक्षित निकाला जाए और उन्हें प्राथमिक उपचार कैसे दिया जाए। यह सब दर्शाया गया।
प्राथमिक उपचार के बाद पहुँचाया अस्पताल
एनडीआरएफ की टीम हमेशा से प्राकृतिक आपदा में काम करती है और यह आपदा किसी भी तरह की हो सकती है। ऐसी स्थिति में लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और हादसे का शिकार हुए लोगों को अस्पताल कैसे पहुँचाया जाता है यह दिखाया। एनडीआरएफ की टीम ने रस्सी बांधी और फिर उस रस्सी से लटककर हादसे स्थल पर पहुँचे। लोगों को प्राथमिक उपचार दिया और बाहर निकाला।
पहली बार हुई मॉकड्रिल
बताया जाता है कि ताजमहल परिसर में पहली बार एनडीआरएफ की मॉकड्रिल हुई है। किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए यह मॉकड्रिल की गई है।