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पठान फ़िल्म रिलीज़ से पहले फेंकी स्याही फिर फाड़ा पोस्टर, थियेटर में चली मूवी तो जिम्मेदार होंगे सिनेमाघर मालिक

by admin

Agra. दोपहर के लगभग 3:00 बज रहे थे। अचानक से कुछ युवा मेहर टॉकीज पहुंचे और पठान मूवी के लगे पोस्टर पर स्याही फेंकने लगे। स्याही फेंकने के बाद उस पोस्टर को फाड़ने लगे, तभी तेज आवाज में नारेबाजी भी शुरू हो गई ‘पठान मूवी को चलने नहीं दिया जाएगा, पठान मूवी चली तो जमकर प्रदर्शन होगा और उसकी जिम्मेदारी सिनेमाघर मालिक की होगी’ यह कहते हुए युवा बाहर निकल गए। जब तक पुलिस पहुंची युवा अपना काम करके फरार हो चुके थे। मेहर टॉकीज पर विरोध प्रदर्शन करने वाले और कोई नहीं बल्कि अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता थे जो पठान मूवी को लेकर जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि भगवा सनातन धर्म में पूजनीय है। भगवा हिंदुओं के लिए आस्था का केंद्र है और इस फिल्म में उस भगवा को ही मजाक बनाकर रख दिया है। अभिनेत्री ने भगवा रंग के ऐसे कपड़े पहने हैं जिसे देखकर घर की बहन बेटी शर्मसार हो जाएं। एक तरफ भगवा का अपमान दूसरी तरफ अश्लीलता फैलाई जाने को लेकर हिंदू महासभा लगातार इस फिल्म का विरोध कर रहा है। अगर आज के प्रदर्शन के बाद भी सिनेमाघरों में मूवी लगी तो उसे चलने नहीं दिया जाएगा।

हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि भगवा का अपमान तो इस फिल्म में हुआ ही है तो दूसरी ओर इस फिल्म की पहले दिन की कमाई पाकिस्तान की मदद के लिए भेज रहे हैं। हिंदू वादियों ने कहा कि इन लोगों की मानसिकता भी पड़ोसी मुल्क की तरह हो गई है जो मदद के नाम पर आतंकवाद को पैदा करता है। अगर इस कमाई का हिस्सा पाकिस्तान भेजा गया तो उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों का कहना था कि आज मेहर टाकीज पर पठान मूवी के पोस्टर पर स्याही फेंकने का कार्य सिर्फ सिनेमाघरों के मालिकों को चेतावनी देना था। अगर पठान मूवी सिनेमाघरों में चली तो सिनेमाघरों पर जमकर प्रदर्शन होगा और फिर उसकी जिम्मेदारी सिनेमाघर मालिकों की होगी।

पुलिस का खुफिया तंत्र कमजोर

अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता आसानी से अपने प्रदर्शन को अंजाम देकर निकल गए और उसके 10 मिनट बाद क्षेत्रीय पुलिस वहां पहुंची। इससे साफ है कि क्षेत्रीय पुलिस का खुफिया तंत्र बेहद कमजोर हो चुका है इसीलिए तो ना तो पुलिस समय से पहुंचे और ना ही कोई हिंदूवादी उनकी गिरफ्त में आया।

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