नई दिल्ली के विज्ञान भवन में चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस हुई। जिसमें विस्तार से जानकारी देते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्र ने बताया कि देश के 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में 7 चरणों में विधानसभा चुनाव 2022 संपन्न होंगे। यूपी में 10 फरवरी को पहले फेस का चुनाव होगा जिसके लिए 14 जनवरी को नामांकन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 10 मार्च को सभी राज्यों में हुए चुनाव की मतगणना होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि अभी से आचार संहिता लागू हो रही है। सभी तरह के प्रचार प्रसार पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
चुनाव की तारीखों का ऐलान करने से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र ने देश के 5 राज्यों में लगभग 690 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव से संबंधित रिपोर्ट सामने रखी। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव 2022 में 18.3 करोड़ मतदाता अपने वोट का प्रयोग करेंगे। इसमें 24.9 लाख वोटर पहली बार अपने वोट का प्रयोग करेंगे। इनमें से लगभग 8.55 करोड़ मतदाता महिलाएं हैं। लगभग 2.15 पोलिंग बूथों पर चुनाव कराए जाएंगे जिसमें 1620 बूथों पर सिर्फ महिला कर्मचारी तैनात होंगी। पांच राज्यों में लगभग 900 ऑब्जर्वर चुनाव रखे जाएंगे।
पोस्टल बैलट की सुविधा
मुख्य चुनाव अधिकारी सुशील चंद्र ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम और वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए पहले से ही व्यवस्था कर ली गई है। वहीँ इस बार चुनाव में वरिष्ठ नागरिकों दिव्यांग और कोविड मरीजों को ध्यान में रखते हुए पोस्टल बैलट की सुविधा की गई है। 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और कोविड मरीजों को पोलिंग बूथ पर आने की आवश्यकता नहीं होगी। पोस्टल बैलट पर ही हुए अपना मतदान कर सकेंगे।
उम्मीदवार आपराधिक इतिहास की देंगे जानकारी
सभी राजनीतिक दलों के लिए यह पहली बार अनिवार्य किया गया है कि वे विधानसभा चुनाव के लिए चुने गए उम्मीदवारों के लंबित आपराधिक इतिहास की विस्तृत जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। इसके अलावा आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चैनल एवं अन्य मीडिया के द्वारा प्रचार अभियान के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी। राजनीतिक दलों को यह भी बताना होगा कि ऐसे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है।
दोनों डोज़ ले चुके कर्मियों की होगी तैनाती
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में ऐसे सभी चुनाव कर्मियों की तैनाती की जाएगी जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज़ लग चुकी है। इस चुनाव में काम करने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रथम पंक्ति का कार्यकर्ता माना जाएगा और सभी पात्र अधिकारियों को ‘एहतियाती खुराक’ का टीका लगाया जाएगा। वहीं कर्मचारियों को बूस्टर डोज दी जाएगी।