Home » यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के वतन वापसी की शुरू हुई कवायद, प्रार्थना का दौर हुआ शुरू

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के वतन वापसी की शुरू हुई कवायद, प्रार्थना का दौर हुआ शुरू

by admin
Efforts started for the return of Indian students trapped in Ukraine, prayer period started

Agra. रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच अब भारत के छात्रों को वापस लाए जाने की कवायद शुरू हो गई हैं। इन छात्रों को पोलैंड, हंगरी और रोमानिया होकर वापस लाया जाएगा। भारतीय दूतावास की ओर से छात्रों को इस संबंध में जानकारी दी गई है। हालांंकि यूक्रेन में अब हालात और भी ज्यादा बिगड़ गए हैं। स्थानीय लोगों ने छात्रों के साथ लूटपाट शुरू कर दी है। इससे अभिभावक और घबरा गए हैं।

ईदगाह निवासी धर्मेंद्र बघेल का पुत्र आदित्य बघेल भी यूक्रेन एमबीबीएस करने गया हुआ था। एमबीबीएस करते हुए उसे यूक्रेन में 4 साल हो गए लेकिन इस तरह का मंजर के बीच आदित्य बघेल और अन्य भारतीय छात्र फ़ंस गए हैं। उन सभी की सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं तो लगातार बेटे से भी वार्ता हो रही है। पिता धर्मेंद्र बघेल ने बताया कि बेटे आदित्य से फोन पर बात हुई है वह सुरक्षित है और भारत सरकार उन्हें निकालने का प्रयास कर रही है।

बंकर में छिप रहे छात्र

आदित्य की मां का कहना है कि जब उससे बात हुई तो उसने बताया कि वह सुरक्षित है, सब कुशल है लेकिन अपनी जान बचाने के लिए उसके साथ और वह खुद एक बंकर में छिपे हुए हैं। अब हॉस्टल और यूनिवर्सिटी की ओर से राहत भरी खबर मिली है कि अब उन्हें एयर लिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए उन्हें पोलैंड या हंगरी ले जाया जाएगा, जहां से वह विशेष विमान के माध्यम से भारत पहुंचेंगे।

बिगड़ रहे है हालात

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के साथ ही यूक्रेन में हालात बिगड़ रहे हैं। रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर हमला किया है और वहां की पब्लिक भी परेशान हो गई है। खाने-पीने व आर्थिक संसाधनों के लिए लूटपाट भी शुरू कर दी है। कई भारतीय छात्र लूट के भी शिकार बने हैं।

जैसे आदित्य यूक्रेन में फंसा हुआ है वैसे ही भारत के हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे हुए हैं। सभी के माता-पिता ने पूजा आराधना भी शुरू कर दी है और प्रभु से बच्चों के सकुशल वतन वापसी की प्रार्थना की जा रही है। इस बीच अभिभावकों ने भारत सरकार से भी उचित कदम उठाने की मांग की है जिससे हर भारतीय छात्र का कुशल वतन वापसी हो सके।

Related Articles