आगरा। 27 जनवरी की रात को शमशाबाद थाना क्षेत्र के हरसराय खिड़की इलाके में सर्राफा व्यवसाई मुकलेश कुमार गुप्ता और उनकी पत्नी लता गुप्ता की निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाले हत्यारों ने पहले दोनों ही दंपत्ति को गला घोट के मौत के घाट उतारा और उसके बाद दोनों के शरीर में करंट को प्रवाहित किया गया था। घटनास्थल पहुंचे एसएसपी, एडीजी और आईजी ए सतीश गणेश ने तत्काल घटना के खुलासे के लिए इलाकाई पुलिस को दिशा-निर्देश जारी किए थे। इस घटना के बाद शमशाबाद इलाका सियासी अखाड़ा बन गया। राजनेताओं का जमावड़ा व्यापारियों के आक्रोश के चलते बाजार बंद रहा तो वहीं पूरे केस की मॉनिटरिंग आगरा जोन के एडीजी, आईजी रेंज ए सतीश गणेश और जिले के पुलिस कप्तान बबलू कुमार कर रहे थे।
पुलिस इस हत्याकांड के खुलासे में लगी थी कि शुक्रवार की रात को एसएसपी आगरा को इस केस में कुछ अहम क्लू मिले थे जिसके चलते एसएसपी आगरा बीती रात 10 बजे स्वयं शमशाबाद थाने पर पहुंचे। इलाकाई लोगों से पूछताछ शुरू हुई। छानबीन में पता चला कस्बे के रहने वाले दो व्यक्तियों ने इस पूरे हत्याकांड को न केवल अंजाम दिया बल्कि यह करोड़ों की लूट पर हाथ भी साफ कर दिया। इस केस में पुलिस ने दो हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए हत्यारोपी शमशाबाद थाना क्षेत्र के रहने वाले कपिल गुप्ता और ओम बाबू राठौर है। पुलिस ने दोनों ही लोगों से प्रारंभिक पूछताछ में करोड़ों की लूट का भी खुलासा कर दिया है।
खुलासे में जो तथ्य सामने आए हैं। उसे सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। प्रारंभिक तौर पर पुलिस इसे केवल दोहरा हत्याकांड ही मान रही थी। मगर जैसे-जैसे पुलिस की जांच पड़ताल आगे चल रही थी, वैसे-वैसे कहानी साफ हो रही थी। जांच पड़ताल में सामने आया कि इस हत्याकांड में करोड़ों रुपयों की लूट भी हुई है जिसके चलते यहां पूरे कस्बे में तीखा आक्रोश है। पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे के साथ-साथ करोड़ों की लूट का खुलासा भी कर दिया है। इस खुलासे में हत्यारोपी उन्हें 11 किलो सोने के आभूषण, जिनकी कीमत चार करोड़ साठ लाख रुपये है। इसके अलावा 24 किलो 700 ग्राम चांदी के आभूषण और 13 लाख पचास हजार रुपये नगद भी बरामद कर लिए हैं।
आगरा के शमशाबाद थाना क्षेत्र के हरसराय खिड़की में सराफा दंपत्ति की जिस तरीके से निर्मम हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। उसी तरीके से पुलिस ने इस केस को वर्क आउट करके अपना वजूद जमा दिया है। आगरा में अब तक का यह सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। आगरा पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए करोड़ों रुपयों की लूट से भी पर्दा उठा दिया।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि हत्यारोपी कपिल गुप्ता पर दस लाख रुपये का कर्जा था और ओम बाबू राठौर पर करीब आठ लाख रुपये का कर्जा था। जिसके कारण दोनों काफी दिनों से ऐसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। सोचा जा रहा था कि इतना पैसा किस व्यापारी से मिल सकता है। कपिल गुप्ता ने किराने की दुकान से रस्सी, सुआ लिया और ओम बाबू राठौर टेप और तार लेकर पहुचे। दिनांक 22 जनवरी को कपिल ने मृतक सराफा व्यवसाई से एक अंगूठी खरीदी और अंगूठी का पैसा देने के बहाने 26 जनवरी को कपिल अपने साथी के साथ में मृतक व्यापारी के घर पहुंचा। मगर मृतक व्यापारी ने तब तक गेट नहीं खोला था। 27 जनवरी को फिर हत्यारोपी कपिल अपने साथी को लेकर मृतक सराफा व्यवसाई के घर पहुंचा और रुपए देने का बहाना करने लगा। उस वक्त मृतक सराफा व्यवसाई की पत्नी घर पर अकेली थी। तब तक हत्यारोपी ने लता गुप्ता को मौत के घाट उतार दिया गया था। हत्याकांड का खुलासा न हो इसलिए दोनो हत्यारोपियों ने सर्राफा व्यवसाई मुकलेश गुप्ता को भी मौत के घाट उतार दिया। और अलमारी में रखे जेवर नगदी पर हाथ साफ कर दिया।
शनिवार को इस मामले में आगरा पुलिस ने दोहरे हत्याकांड और करोड़ों की लूट के मामले से पर्दा उठा दिया है। एडीजी आगरा अजय आनंद, आई जी ए सतीश गणेश और एसएसपी आगरा बबलू कुमार ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर आगरा पुलिस का वजूद एक बार फिर स्थापित कर दिया है। इस मामले में एडीजी जोन अजय आनंद ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपये नगद धनराशि से भी पुरस्कृत किया है।