सापों से जुड़ी लोगों के मन में गलत धारणाएं ने घर बना रखा है। यदि आप अपने घर के अंदर सांप देखते हैं, तो निश्चित रूप से आप घबरा उठेंगे। यदि आपको कभी भी अपने घर में अचानक किसी भी प्रकार का सांप दिख जाए, तो आप अपनी एवं सांप की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं।
सांप आमतौर पर इंसानों से डरते हैं और जब तक कि उन्हें उकसाया ना जाए तब तक वे हमला नहीं करते। जब भी आपको सांप घर के अंदर दिखाई दे तो उसे वहीं रहने देना सबसे उचित विकल्प है। डर की वजह से घबराने की बजाय, ध्यान से सभी लोगों को तुरंत कमरे से बाहर निकाल दें। दरवाज़ा बंद करें और दरवाज़े की नीचे खुली जगह को तौलिये या किसी अन्य कपड़े से भर दें, फिर सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर पर रेस्क्यू टीम को कॉल कर इसकी सूचना दें। आगरा और मथुरा के निवासी वाइल्डलाइफ एसओएस के आगरा हेल्पलाइन पर कॉल कर संकट में फंसे किसी भी जंगली जानवर को बचाने के लिए कॉल कर सकते हैं। वाइल्डलाइफ एसओएस के आगरा हेल्पलाइन (+91-9917109666) पर मानसून के मौसम में प्रतिदिन औसतन 10-15 साँप और मॉनिटर लिज़र्ड की कॉल प्राप्त होती हैं।
कभी भी तरह के सांप को पकड़ने या उसे डराने की कोशिश न करें। यदि आप सांप को खुद से पकड़ने का प्रयास करते हैं, तो संभावना है कि वे रक्षात्मक रवैया अपनाते हुए प्रतिशोध में काट भी सकता है, इसलिए उससे दूरी बनाके रखना ही सबसे उचित विकल्प है। अगर आपको कभी सांप काट भी ले, तो जितना हो सके शांति से बैठने की कोशिश करें। जब आप शांत होते हैं, तो आपके दिल की धडकनें सामान्य रूप से काम करती हैं जिससे शरीर में ज़हर फैलने वाली गति को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आपके पास प्राथमिक चिकित्सा (फर्स्ट ऐड) किट है, तो काटे गए अंग को चारों ओर से कम्प्रेशन बैंडेज या कपड़े से बाँध दें और तुरंत हॉस्पिटल जाएँ या एम्बुलेंस को कॉल करें।
यह ज़रूरी नहीं होता की सांप की हर रेस्क्यू कॉल में वे पकड़ा ही जाए। टीम के स्थान पर पहुंचने से पहले ही अक्सर सांप छुप भी जाते हैं या स्थान से निकल भी जाते हैं। सांप के मूवमेंट पर नज़र बनाए रखना महत्वपूर्ण है। अगर आपको बाहर सांप दिखाई दे तो ध्यान से देखें कि वह कहां जाता है। यदि वह झाड़ियों में जा रहा है तो शायद आप उसे फिर से नहीं देख पाएंगे। यदि वह आपके घर में प्रवेश करता है या किसी शेड में या वाहन के नीचे चला जाता है, तो तुरंत सम्बंधित अधिकारियों को सूचित करें।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण बताते है कि, “कई बार हमारी रैपिड रिस्पांस टीम के पहुचने से पहले ही सांप उस जगह से निकल जाते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि कॉल करने वाले सतर्क रहे और सांप पर दूरी से ही नज़र बना के रखें, ताकि उसे बचाया जा सके और उसके प्राकृतिक आवास में यानी जंगल में वापस छोड़ा जा सके।