आगरा। बेंगलुरु से आगरा रेलवे कॉलोनी में अपने परिजनों से मिलने आई महिला की जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव आई है। महिला के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने की रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया। इस सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की रेपिड रिस्पॉन्स टीम तुरंत महिला को आईसोलेट करने के लिए पहुँची तो कोरोना वायरस से संक्रमित महिला के परिजनों ने महिला के ट्रैन से दिल्ली जाने की सूचना दी। इस सूचना से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के परिजनों से कोरोना से संक्रमित महिला के बारे में पूछती रही लेकिन परिवार के लोग रेपिड रिस्पांस टीम के साथ लुकाछुपी का खेल खेलते रहे। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ ने मौके से ही जिलाधिकारी को फोन किया। कोरोना संक्रमित महिला की जानकारी न मिलने पर जिलाधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा। जिलाधिकारी ने तुरंत डीआरएम को फोन किया। डीआरएम के हस्तक्षेप के बाद परिजनों ने महिला को घर से बाहर लाई जिसके बाद रैपिड रिस्पॉन्स टीम उसे एसएन हॉस्पिटल आइसोलेट करने के लिए ले गयी जहाँ उसे भर्ती किया गया है।
बताते चलें कि रेलवे कॉलोनी में रहने वाले एक रेल कर्मचारी की बेटी अपने पति के साथ हाल ही में इटली घूमने गयी थी। इटली से वापसी के दौरान महिला के पति की तबियत बिगड़ी और जांच में वो कोरोना संक्रमित पाया। बेंगलुरु में पति का इलाज चल रहा है लेकिन महिला अपने परिजनों से मिलने के लिए ट्रेन से आगरा आ गयी। महिला की तबियत खराब होने पर उसे रेलवे हॉस्पिटल में दिखाया गया। महिला के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका के चलते रेलवे हॉस्पिटल ने तुरंत जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के पास पहुँच गयी और जांच के लिए जिला अस्पताल ले आई। शुक्रवार को महिला की जांच रिपोर्ट में वो कोरोना संक्रमित पाई गई।
रिपोर्ट के आने के बाद जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम रेलवे कर्मचारी के घर पहुँची तो महिला के दिल्ली जाने की खबर से टीम के होश उड़ गए। टीम ने दिल्ली में उस जगह के बारे में पूछा तो परिजन बताने से कतराने लगे। मामला गंभीर होने लगा तो सीएमओ ने जिलाधिकारी को फोन किया और जिलाधिकारी ने डीआरएम आगरा को फोन किया। डीआरएम के हस्तक्षेप के बाद महिला के पिता जो रेल कर्मचारी है, उन्होंने सही सूचना दी। लगभग 3 बजे टीम ने महिला को घर से ही आइसोलेट किया और एसएन में भर्ती कराया तो परिवार के लोगो को जिला अस्पताल लाया गया।
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेलवे कर्मचारी के घर को सेनिटाइज करने का काम शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने केमिकल के माध्यम से घर को सेनिटाइज किया। इस रेल कर्मचारी के साथ साथ रेलवे कॉलोनी में भी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए केमिकल से सफाई की गई।