Agra. जिला अस्पताल में सायरन बजाती हुई अचानक से एक एस्कॉर्ट की गाड़ी ने प्रवेश किया। सायरन बजाते हुए एस्कॉर्ट गाड़ी के आने पर अस्पताल के कर्मचारी हरकत में आ गया। एस्कॉर्ट की गाड़ी से एक-एक करके सिपाही नीचे उतरे और जिला अस्पताल में अंदर की ओर दौड़ लगा दी। एस्कॉर्ट की गाड़ी में बैठे एक सिपाही ने जोर से आवाज लगाई। जल्दी से डॉक्टर को बुलाओ एक्सीडेंट हो गया है।
चिकित्सक तुरंत दौड़कर आए और उन्होंने गाड़ी को इमरजेंसी में लगवा दिया। एस्कॉर्ट में तैनात पुलिसकर्मियों ने चिकित्सकों की सहायता से जिस घायल को इलाज के लिए लाए थे, उसे स्ट्रेचर पर लिटाया और इमरजेंसी में भर्ती किया। घायल अवस्था में जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने युवती का इलाज किया और फिर उसे बेहतर इलाज के लिए एसएन रेफर कर दिया।
अब आपको पूरा मामला बताते हैं। डीएम आगरा जी-20 की तैयारियों को लेकर फतेहाबाद रोड पर निरीक्षण कर रहे थे। इस निरीक्षण के दौरान उन्हें पता चला कि एक एक्सीडेंट हो गया है। डीएम खुद घटनास्थल पहुंचे और फिर अपनी एस्कॉर्ट से सड़क दुर्घटना में घायल हुई युवती को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुँचवाया। एस्कॉर्ट की मौजूदगी में ही चिकित्सकों ने युवती का प्राथमिक उपचार शुरू कर दिया।
स्थिति देख सभी के फूले हाथ पांव
सड़क दुर्घटना में घायल हुई युवती की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। चेहरे पर काफी चोटें आई थी। युवती बुरी तरह से चिल्ला रही थी। चिकित्सक भी उसे काबू नहीं कर पा रहे थे। जैसे तैसे जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने युवती का प्राथमिक उपचार दिया लेकिन युवती का चीखना और चिल्लाना बंद नहीं हुआ। मामला डेंटल इंजरी से जुड़ा होने पर युवती को बेहतर इलाज के लिए एस्कॉर्ट की देखरेख में ही एसएन के लिए रेफर कर दिया।
युवती को रेफर किए जाने से पहले एस्कॉर्ट में शामिल पुलिसकर्मियों ने युवती के मोबाइल फोन पर कॉल आने पर उसे पूरी जानकारी दे दी। उस फोन के माध्यम से युवती के परिजनों को भी सूचना मिल गई और युवती का भाई मौके पर पहुंच गया।
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
जानकारी के मुताबिक सड़क किनारे ट्रैक्टर खड़ा हुआ था। दूसरी ओर से युवती एक्टिवा पर तेज गति से आ रही थी, तभी अचानक से डिवाइडर के पास से खड़े ट्रैक्टर से जा टकराई। इस हादसे में युवती बुरी तरह से घायल हुई क्योंकि उसकी रफ्तार तेज बताई जा रही थी। फोन कॉल से ही एस्कॉर्ट पुलिसकर्मियों को पता चला कि घायल हुई युवती का नाम सपना है। अभी तक चिकित्सकों की रिकॉर्ड में सिर्फ उसका नाम ही दर्ज है।
डीएम आगरा की तत्परता के चलते मिला इलाज
इस पूरी घटना में डीएम आगरा का मानवीय चेहरा भी सामने आया है। डीएम आगरा तत्परता दिखाते हुए घायल युवती को अपनी एस्कॉर्ट से इलाज के लिए अस्पताल नहीं पहुंचाते तो किसी अप्रिय घटना से भी इनकार नहीं किया जा सकता लेकिन इस बीच एस्कॉर्ट की भी तत्परता दिखाई दी जिन्होंने तुरंत युवती को जिला अस्पताल पहुंचाया और फिर बेहतर इलाज के लिए उसे एसएन में भर्ती कराया।