Agra. भगवान हनुमान हर कष्ट के निवारणकर्ता हैं, प्रभु हनुमान की सच्ची भक्ति से वे अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर कर देते है। ऐसे ही हनुमान चालीसा की कई चौपाइयों में शक्तियां छुपी हुई है जिनके सच्चे मन के जाप से बिगड़े काम बन जाते हैं। हनुमान चालीसा की चौपाइयों में मंत्रों के समान शक्ति है। अगर इनका सही विधि से जाप किया जाए तो ये अतिशीघ्र शुभ फल देती हैं। प्रभु हनुमान शिव के रुद्रावतार हैं, इसलिए शिव के समान वे भी अतिशीघ्र कृपा करते हैं। वे साधारण प्रसाद और हनुमान चालीसा के पाठ से भी प्रसन्न हो जाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय भजन गायक पंडित मनीष शर्मा 21 अप्रैल 2020 से जन कल्याण हेतु फेसबुक लाइव के माध्यम से प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से श्री हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। जिसमें हजारों लोग मिलकर प्रतिदिन अपने घर में बैठकर पाठ करते हैं। मनीष शर्मा ने बताया कि इसी अनुष्ठान के साथ-साथ दूसरा अनुष्ठान प्रभु की प्रेरणा से दिव्य हवन है। वायुमंडल में शुद्धता के उद्देश्य को लेकर 108 दिव्य हवन का संकल्प प्रभु ने दिलाया है जिसमें 11 हनुमान चालीसा के पाठ के साथ हवन किया जाएगा। 6 हवन हो चुके हैं और यह सातवां हवन आगरा के कैलाश मंदिर पर भगवान भोलेनाथ जी की शरण में किया गया।
प्राचीन कैलाश मंदिर महंत गौरव गिरी ने कहा कि महाबली हनुमान की स्तुति में कई रचनाएं की गई है। इन सभी रचनाओं में उनका भावभीना गुणगान किया गया है। श्री बांके बिहारी वेलफेयर सोसाइटी संस्थापक अध्यक्ष डॉ मदन मोहन शर्मा ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अनन्य भक्त गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान का गुणगान करते हुए कुछ स्तुतियों को रचा है। इनमें से हनुमान चालीसा प्रमुख है। अवधि भाषा में लिखी गई। हनुमान चालीसा एक बेहद सहज और सरल बजरंगबली की आराधना में की गई एक काव्यात्मक 40 छंदों वाली रचना है।
मान्यता है कि हनुमान चालीसा के पाठ से कई तरह की तकलीफों का नाश हो जाता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि के साथ आरोग्य का वास होता है। यदि किसी कारण मन अशांत है तो हनुमान चालीसा के पाठ से मन को शांति मिल सकती है। हर तरह के भय का नाश भी इसके पाठ से हो सकता है। हवन में प्रमुख रूप से नकुल सारस्वत, सागर गिरी, अमन सारस्वत, अभिषेक गिरी, प्रेम बाबा आदि उपस्थित रहे।