आगरा। शुक्रवार को बाह तहसील के उप जिलाधिकारी कार्यालय पर काँग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित के नेतृत्व में स्कूल फीस, बिजली के बिल माफ करने और शैक्षिक संस्थानों में प्राइवेट शिक्षक शिक्षकों को वेतन दिए जाने की मांग को लेकर धरना दिया। इस दौरान कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और राज्यपाल के नाम उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेसियों ने बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी के चलते हुए लॉकडाउन के कारण आम व्यक्ति की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है और ऐसे में बच्चों के स्कूल फीस, बिजली का बिल जमा करना उनके लिए जले पर नमक छिड़कने जैसा है तो वही दूसरी और प्राइवेट स्कूलों के अध्यापकों को भी संस्थान से वेतन नही मिल रहा है। इन तमाम समस्याओं को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और समस्याओं के समाधान के लिए उप जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया।
जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने कहा कि यह सरकार अपराधियों पर तो अंकुश लगा नहीं रही है, अपराधी खुले आम घूम रहे है। कोरोना के कारण काफी लोगों की नौकरी चली गयी है और लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। गरीब व मध्यमवर्ग परिवार अपनी आजीविका के लिए परेशान है। ऐसे में लोग स्कूल की फीस, बिजली का बिल कैसे जमा करेंगे। प्राइवेट शिक्षकों को मानदेय, अधिवक्ताओं को मानदेय और मध्यम वर्गीय परिवार जिसके पास खाने के लिए लाले पड़े हुए हैं उनको मनरेगा मजदूरों के समान कम से कम ₹2000 प्रतिमाह मानदेय ने की देने की मांग सरकार से की गई है। यदि यह मांग मानी नहीं जाती है तो हम लोग जनता की आवाज बनकर सड़क पर उतरेंगे।
इस दौरान अरुण सुनील पचौरी, शान भाई, अबरार अंसारी, राजू बिजोलिया, विष्णु दत्त शर्मा, बाबू सिंह राजावत, जय प्रकाश उपाध्याय, अमर सिंह जाटव, सोहनलाल शर्मा, दशरथ सिंह यादव, राम प्रकाश राजपूत, सत्येंद्र सिंह, निषाद ठाकुर, राम प्रकाश आदि उपस्थित रहे।