Agra. विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी को आगरा शहर में बड़ा झटका लगा है। आजाद समाज पार्टी के दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी जावेद क़ुरैशी पार्टी की दक्षिण विधानसभा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ आज बसपा में शामिल हो गए। बसपा के मुख्य सेक्टर प्रभारी गोरे लाल जाटव ने सभी को पार्टी में शामिल कराया और उनका स्वागत भी किया। आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी जावेद क़ुरैशी के बसपा में शामिल होने से इसका फायदा बसपा के दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी रवि भारद्वाज को मिलेगा।
बहुजन समाज पार्टी ने विधानसभा चुनाव में ही आजा समाज पार्टी को बड़ा झटका दिया है जबकि आजाद समाज पार्टी इस चुनाव मैदान में उतर कर बसपा को झटका देना चाहती थी। बसपा ने आजाद समाज पार्टी के दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी जावेद कुरैशी और उनके समर्थकों को ही बसपा पार्टी में शामिल कर लिया। इस बड़े झटके के साथ ही लगभग आजाद समाज पार्टी का आधे से ज्यादा जनाधार पूरी तरह से घट गया है।
आजाद समाज पार्टी के कुछ कार्यकर्ता ऐसे थे जो पहले बसपा में थे लेकिन किसी उपेक्षा के कारण उन्होंने बसपा पार्टी छोड़ दी थी। एक बार फिर वह दोबारा से बसपा पार्टी को ज्वाइन कर रहे थे तो उनका कहना था कि वह पुराने घर में वापसी कर रहे हैं। किसी कारणवश उपेक्षित होकर उन्होंने अपने घर को छोड़ दिया था लेकिन अब दोबारा से घर में वापसी कर इस घर को मजबूत बनाया जा रहा है। वहीं बसपा के पदाधिकारियों का कहना था कि किसी कारणवश बसपा के कुछ कार्यकर्ता रूठ गए थे लेकिन अब उन्हें मना लिया गया है।
आजाद समाज पार्टी के दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी जावेद कुरैशी ने बसपा पार्टी में शामिल होने के बाद आरोप लगाया कि आजाद समाज पार्टी के मंडल अध्यक्ष चुनाव लड़ाने के लिए ₹10 लाख की डिमांड कर रहे थे। यह डिमांड सुनकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। क्योंकि उन्होंने आर्थिक और जनाधार के रूप में पार्टी को मजबूत किया था लेकिन अब उनसे चुनाव लड़ने के लिए पैसे की डिमांड की जा रही थी। इसलिए उन्होंने आजाद समाज पार्टी का दामन छोड़ दिया।
आजा समाज पार्टी के प्रत्याशी बसपा में शामिल हो जाने से दक्षिण में बसा पार्टी और ज्यादा मजबूत हो गई है। क्योंकि आजाद समाज पार्टी बसपा को इस सीट पर लगभग 10 हज़ार वोटों का नुकसान कर सकती थी। चंद्रशेखर रावण खुद कई बार आगरा कर बसपा के खिलाफ मोर्चा खोल चुके थे। जावेद क़ुरैशी को प्रत्याशी के रूप में समर्थन भी मिलने लगा था लेकिन बसपा ने बड़ा राजनीतिक दांव खेलकर आजाद समाज पार्टी की पूरी तरह से कमर तोड़ दी है तो वहीं दक्षिण विधानसभा पर अपने आप को मजबूत बना लिया है।
बसपा के दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी रवि भारद्वाज भी राजनीतिक क्षेत्र के चालक साबित हो रहे हैं। इसीलिए तो अपनी जीत को पूरी तरह से सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने आजाद समाज पार्टी को बड़ा झटका देते हुए उन्हीं के प्रत्याशी को नीले खेमे में शामिल करा दिया है। अब चंद्रशेखर की पार्टी के प्रत्याशी नीले ख़ेमे यानी रवि भारद्वाज का प्रचार प्रसार करेंगे।