आगरा। कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजनगरी में भी प्रतिदिन कोरोना के नये केसों में मिलने का इजाफा हो रहा है। जिला प्रशासन ने भी रात्रि कर्फ्यू की घोषणा कर दी है। ऐसे में धर्म स्थलों पर लगातार कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है। श्री मन: कामेश्वर मंदिर में भक्तों को आरती के दौरान और आरती के उपरांत कोरोना से बचाव के बारे में भक्तों को लगातार बताया जा रहा है। जो लोग मंदिर परिसर में कोरोना से बचाव के लिए मास्क नहीं पहन रहे हैं उन्हें टोका जा रहा है।
मंदिर के महंत योगेश पुरी महाराज आरती के दौरान लोगों को बता रहे हैं कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग अपना टीकाकरण अवश्य कराएं और टीका लगवाने के बाद भी कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करें। उन्होंने बताया कि कोरोना के रूप में पूरी दुनियां के ऊपर संकट आया है। इसे हम सभी को मिलकर ही दूर करना है। इसके लिए हमें अपने जीवन में अनुशासन लाने की जरूरत है। घर से बाहर निकलें तो मास्क पहनकर ही निकलें, भीड़-भाड़ न होने दें। शारीरिक दूरी का पालन करें। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन अवश्य लगवाएं।
मुस्लिम धर्मगुरु भी कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरुक कर रहे हैं। मस्जिदों में बिना मास्क के एंट्री नहीं दी जा रही है। शहर काजी मौलाना रियासत अली ने बताया कि हम लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरुक कर रहे हैं। ज्यादातर लोग बात मान रहे हैं, जो लोग बात नहीं मानते उन्हें टोककर समझाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने मस्जिदों में लिखकर भी बोर्ड टांग दिए हैं। जिन पर कोरोना से बचाव के लिए जरूरी निर्देश लिखे हुए हैं।
फादर मून लाजरस ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हमने भक्तों से कह दिया है कि वे घर पर रहकर ही प्रार्थना करें। गिरजाघरों में अभी न आएं। इसके साथ ही गिरजाघरों में जो लोग आ रहे हैं उन्हें मास्क पहनने के बाद और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही एंट्री दी जा रही है। फादर ने कहा कि हमने भक्तों से सरकारी गाइडलाइन का पालन करने के लिए भी अपील की है।