आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों पर अब जिला प्रशासन की लापरवाही भी भारी पड़ने लगी है। क्वॉरेंटाइन सेंटरों में अव्यवस्था के चलते क्वॉरेंटाइन किए गए लोग भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।आज सोमवार दोपहर को कोरोना संक्रमित के 15 मामले सामने आने के बाद रात को कोरोना के 9 और नए मामले सामने आए हैं जिसमें अग्रवन वाटर वर्क्स में क्वॉरेंटाइन किए गए एक ही परिवार के 8 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। सोमवार को कोरोना संक्रमित के कुल 24 मामले आए हैं जिसके बाद आगरा में कोरोना का आंकड़ा 621 तक पहुंच गया है।
बताते चलें कि मोतीकुंज, लोहामंडी निवासी दो व्यापारी भाइयों के परिवार को अग्रवन वाटर वर्क्स में क्वॉरेंटाइन किया गया था। बीते दिनों वहां अव्यवस्थाओं के वीडियो वायरल हुए थे और क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों ने भी जांच प्रशासन के ख़िलाफ़ जमकर हंगामा काटा था। इनकी जांच भी नहीं हुई थी। इसके बाद प्रशासन ने 28 अप्रैल को सभी के सैंपल लेने के बाद घर भेज दिया था। इसमें से 45 वर्षीय व्यापारी, उनकी पत्नी, उनके 40 वर्षीय भाई और भाई की पत्नी के साथ परिवार के ही 4 बच्चों में करोना की पुष्टि हुई है।
वहीं हेल्थ कार्यालय में कार्यरत सिकंदरा निवासी संविदा कर्मचारी में कोरोना की की पुष्टि हुई है। ईदगाह निवासी 45 वर्षीय गुर्दा रोगी और चित्रा टॉकीज निवासी महिला की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिसकी डायलिसिस कराने से पहले जांच की गई थी।
आगरा डीएम पीएन सिंह के मुताबिक सिंह के मुताबिक पीएन सिंह के मुताबिक सिंह के मुताबिक कोरोना का आंकड़ा 621 हो गया है जिसमें से 208 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि 15 मरीज की मौत हो चुकी है। वहीं नए आए कोरोना के मामलों के बाद शहर में हॉटस्पॉट की संख्या 39 से बढ़ाकर 41 की गई है, साथ ही डीएम ने यह स्पष्ट किया है कि सरकार द्वारा रेड जोन में कई रियायत व सुविधाएं शुरू की गई हैं लेकिन आगरा में कोरोना की स्थिति देखते हुए किसी भी तरह की राहत नहीं दी गई है।