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‘पारस अस्पताल’ को क्लीन चिट देने पर शासन-प्रशासन का घेराव करेगी कांग्रेस

by admin
Congress will besiege the administration for giving clean chit to 'Paras Hospital'

Agra. जीरो टॉलरेंस की नीति वाली भाजपा की सरकार में कुछ भी संभव है। इस सरकार में 22 लोगों की जान लेने वाले चिकित्सक को सभी खून माफ है तो राम मंदिर के नाम पर करोड़ों रूपये की जमीन खरीदने के नाम पर चंदा घोटाला भी हो सकता है और इसकी जांच भी नहीं होगी। यह कहना था शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार चिल्लू का जो पारस हॉस्पिटल मामले में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।

रविवार को शहर व जिला कांग्रेस की ओर से पारस हॉस्पिटल को मौत की मॉक ड्रिल मामले में क्लीन चिट दिए जाने को लेकर संयुक्त प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया था। इस प्रेस वार्ता के दौरान शेर और जिला अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए और प्रशासन की ओर से जो रिपोर्ट पेश की गई उस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रेस वार्ता के दौरान शहर व जिला अध्यक्ष ने बताया कि प्रशासन की इस कार्यशैली और पारस हॉस्पिटल को क्लीन चिट दिए जाने वाले मामले को लेकर पीड़ित परिवारों और शहर की जनता को साथ लेकर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ सोमवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन देकर इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट या फिर ज्यूडिशरी से रिटायर्ड जज से जांच कराए जाने की मांग की जाएगी।

जिला अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू ने बताया कि पारस हॉस्पिटल में हुई मौत की मॉक ड्रिल मामले में कई वीडियो वायरल हुए थे। एक वीडियो में तो खुद पारस हॉस्पिटल के निदेशक चिकित्सक डॉक्टर अरिंजय जैन ने मौत की मॉक ड्रिल यानी 5 मिनट ऑक्सीजन बंद किए जाने की बात कह रहे हैं लेकिन प्रशासन ने चिकित्सक के कबूल नामे को भी गंभीरता से नही लिया और उसे भी अनदेखा कर दिया। प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट उन बिंदुओं पर बनाई जिनका कोई मतलब नहीं था। लगभग 16 पीड़ित परिवार के लोग सामने आए जिन्होंने उस रात हॉस्पिटल में जो स्थिति थी वह अपने शब्दों में बयां की लेकिन शिकायतें दर्ज कराने वाले मृतकों के परिजनों की शिकायत पर भी कोई सुनवाई नहीं की गई। इस घटना में जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया। आज वही स्थानीय प्रशासन से कई सवाल पूछ रहे हैं लेकिन जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह जैसा कि उनका नाम है उनकी कृपा से पारस हॉस्पिटल और उसके संचालक अरिंजय जैन परी बरस रही है। पीड़ितों का दर्द और उनकी चीख-पुकार उन्हें सुनाई नहीं देती, इसीलिए तो उनके द्वारा गठित टीम ने ऐसी रिपोर्ट पेश कर दी जिसमें डॉ अरिंजय जैन 22 खून करके भी निर्दोष साबित हो गए।

शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू ने इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन से लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि भाजपा की जीरो टॉलरेंस वाली सरकार में सब कुछ हो सकता है। इस सरकार में अपराध पर भी जीरो टॉलरेंस की नीति है लेकिन कोई भी खून करे तो वो हत्यारा नहीं कहलायेगा। राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन खरीदने में लोगों के चंदे का जो खेल हुआ है वह किसी से छुपा नहीं है अब तो यह सरकार भगवान राम के मंदिर के लिए जो चंदा आया उसे भी नहीं छोड़ रही है। यह सरकार पूरी तरह से फेल है और इसका जवाब विधानसभा चुनाव में जरूर मिलेगा।

शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू ने कहा कि पारस हॉस्पिटल के संचालक को बचाने के लिए भाजपा पार्टी के नेता लगे हुए हैं और उन्हीं का संरक्षण डॉ अरिंजय जैन को प्राप्त है जिसके चलते वह पिछले साल भी कोरोना फैलाने के मामले में पाक साफ निकल गया।

जिला अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू और शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू ने संयुक्त रूप से कहा कि 21 जून दिन सोमवार को पारस हॉस्पिटल को मौत की मॉक ड्रिल मामले में जो क्लीन चिट दी गई है। उसके विरोध में जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन और सरकार के कानों तक मृतकों के परिजनों कि जो चीख-पुकार है उसे पहुंचाने का काम किया जाएगा। इस मामले में जब तक मृतक के परिजनों को इंसाफ नहीं मिलेगा कांग्रेस का नेतृत्व और कार्यकर्ता पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए हर स्तर से लड़ाई लड़ेगा।

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