Agra. सफाई कर्मचारी की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद बवाल मचा हुआ है। इस घटना के विरोध में राजनीतिक दल भी सड़कों पर उतर आए हैं तो वही कांग्रेस के कार्यकर्ता जब पोस्टमार्टम गृह मृतक सफाई कर्मचारी के परिजनों से मिलने के लिए पहुंचे तो वहां पर वाल्मिक समाज के लोगों से कांग्रेसियों की झड़प हो गई।
कहासुनी से शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते मारपीट में बदल गया। पहले तो वाल्मिक समाज के लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धक्का देते हुए वहां से चले जाने को कहा और जब कांग्रेसी रुके तो फिर पोस्टमार्टम अखाड़ा बन गया। देखते ही देखते वाल्मिक समाज के युवाओं ने पहले तो कांग्रेस जिला अध्यक्ष को धक्का दिया और फिर कार्यकर्ताओं के साथ जमकर मारपीट की। यह पूरी घटना राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य कमल वाल्मिक की मौजूदगी में हुई।

वहीँ कांग्रेसियों ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू का कहना था कि यह पूरी घटना राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य कमल सिंह वाल्मीक की मौजूदगी में हुई। वह भाजपा सरकार से जुड़े हुए हैं और भाजपा के लोग नहीं चाहते थे कि कांग्रेस कार्यकर्ता पीड़ित परिवार से मुलाकात करें लेकिन विपक्ष का काम सड़कों पर रहना और इंसाफ के लिए आवाज उठाते रहना है। अगर इसके लिए सड़कों पर लड़ना पड़े तो वह भी मंजूर है।
इस पूरी घटना को लेकर राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य कमल सिंह बाल्मिक का कहना था कि कुछ अराजक तत्व कांग्रेसी राजनीतिक कर माहौल खराब करना चाहते थे। समाज के लोगों में आक्रोश था जिसके चलते झड़प हुई है। इस पूरे मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ 302 में हुई एफआईआर दर्ज हुई है। हमारी मांग पीड़ित परिवार को एक करोड़ और एक सरकारी नौकरी की है। पीड़ित परिवार को योगी सरकार में पूरी तरह से इंसाफ मिलेगा।