आगरा। सोशल मीडिया पर दो वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो तो पीड़िता के हादसे के बाद हुए इलाज के दौरान का है तो वहीं दूसरा वीडियो इलाज के बाद का है। जिसमें पीड़िता की बहन पुलिस कार्रवाई पर अपना आक्रोश व्यक्त कर रही है।
पीड़िता का कहना था कि हमलावरों ने पूरे परिवार पर हमला बोला। तेज धारदार हथियार से बहन के पेट और जांघ पर हमला कर दिया जिसमें युवती का पेट बुरी तरह से फट गया तो वही जांघ की भी यही स्थिति है लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई उचित कार्रवाई नहीं की बल्कि पेट और जांघ में इसे अधिक फट जाने पर कार्रवाई की बात कहते रहे। पीड़िता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। उनका कहना था कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार गंभीर है। अधीनस्थों को दिशा निर्देश भी दिए गए हैं लेकिन कुछ भ्रष्ट पुलिस कर्मियों के चलते इस मंशा पर पलीता लग रहा है। बेटी जब घर में ही सुरक्षित नहीं है तो बाहर कहां सुरक्षित होगी। इस वीडियो के माध्यम से बेटी न्याय की गुहार लगा रही है।
पूरा मामला शाहगंज थाना क्षेत्र के बाग नानक चंद्र का बताया जा रहा है। बताया जाता है कि 14 फरवरी की रात को पीड़ित के घर के सामने कुछ लोग गाली गलौज कर रहे थे। उसी का विरोध किया तो दबंगों ने हमला कर दिया। इस मामले में पीड़िता का भाई और उसकी बहन गंभीर रूप से घायल हो गए। दबंगों ने धारदार हथियार से बहन के पेट और जांघ पर हमला किया जिसमें उसका पेट बुरी तरह से फट गया है। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस से शिकायत की गई तो पुलिस ने पूरे मामले को हल्के में ले लिया जबकि उन्होंने हमलावर संजय, देवेंद्र, राहुल, विशाल, भगवान सिंह और गणेश के नाम नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इस पूरे मामले में पीड़िता के भाई मदन सावेदिया पुत्र दामोदर सावेदिया ने शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार घर के बाहर रात के करीब 10:00 बजे बहन अनीता,भाई जीतेंद्र व किशोर को दबंग रिश्तेदार संजय भाई देवेंद्र पुत्र भगवान सिंह उर्फ मुन्ना, राहुल, विशाल पुत्र गणेश भगवान सिंह उर्फ मुन्ना व गणेश पुत्र राधेलाल गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इसका विरोध किया तो डंडा, सरिया व सब्जी काटने के हथियार को ले आए और मारपीट करना शुरू कर दिया। अनीता के पेट में हथियार से वार किए तो भाई किशोर के सिर पर रॉड मारकर उसे भी घायल कर दिया।
रिपोर्ट दर्ज कराने पर पुलिस ने मौके से विशाल, राहुल, गणेश और मुन्ना को गिरफ्तार किया लेकिन उन्हें थाने से ही छोड़ दिया गया और इस पूरे मामले को हल्की धाराओं में दर्ज कर दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि मुन्ना पुलिस का मुखबिर है इसीलिए पुलिस कोई उचित कार्रवाई नहीं कर रही है बल्कि थाने से उन्हें रिहा किए जाने के बाद उन्हें जान से मारने और मुकदमा वापस लेने की धमकियां मिल रही हैं।
इस हादसे के बाद पीड़िता अनीता का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है लेकिन जवान बेटी पर इस तरह के हमले से परिवार भयभीत है तो वहीं पीड़िता भी गुमसुम है और इंसाफ की गुहार लगा रही है। फिलहाल देखना होगा कि पीड़ित परिवार के वायरल हो रहे वीडियो के बाद शाहगंज थाना पुलिस आरोपियों के खिलाफ क्या कदम उठाती है।
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