आगरा। वन विभाग में उस समय हड़कंप मच गया जब एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ वन्य जीवरक्षक कर्मी को पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम की इस कार्यवाही से विभाग में अफरा तफरी मची हुई है। एन्टी करप्शन की टीम ने भ्रष्टाचार में लिप्त वन्यजीव रक्षक कर्मी को क्षेत्रीय पुलिस के सुपुर्द कर दिया है और भ्रष्टाचार की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इस कार्यवाही के दौरान पीड़ित व्यक्ति भी मौजूद रहा जिसने वन्य जीवरक्षक कर्मी की शिकायत की थी।
पीड़ित मनोज सिंह ने बताया कि 11 सितंबर को वो अपने घर पर खड़े बालू के भरे ट्रैक्टर को गौशाला ले जा रहा था तभी वन्यजीव रक्षक कर्मी ने उनके फ़ोटो खींच लिए और अवैध बालू खनन के नाम पर मुकदमा दर्ज कराने की बात कहने लगे। इतना ही नहीं इस मामले को रफा दफा करने के लिए 20 हजार रुपये की मांग की। जिसकी शिकायत एन्टी करप्शन टीम से की।
एन्टी करप्शन टीम ने जाल बिछाते हुए मंगलवार को वन्यजीव रक्षक को ₹10000 और फिर अगले दिन 10 हजार रुपए जिनके नोटो में पाउडर लगा हुआ था। जैसे ही अनोज ने रुपये दिए टीम ने छापा मारा। टीम को पाउडर वाले नोट मिले। टीम ने रंगे हाथों वन्यजीव रक्षक को पकड़ लिया। डीएफओ का कहना था कि आरोपी वन्यजीव रक्षक के खिलाफ विभागीय जांच कराई जा रही है।