Agra. आगरा में होली के मौके पर रकाबगंज थाना क्षेत्र के नामनेर में एक समुदाय विशेष के लोगों ने होली खेलते समय लोगों पर पथराव कर लहूलुहान कर दिया था। इसमें करीब 34 लोगों को नामजद एवं 50 के लगभग अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। होली खेलने के दौरान यह हमला विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर किया गया था। छावनी विधायक डॉक्टर जीएस धर्मेश ने इस मामले में नया मोड़ ला दिया है। उनका सीधा आरोप है कि यहां के विशेष समुदाय के लोगों को पाकिस्तान से फंडिंग हो रही है और यह लोग उस फंडिंग से अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
भारतीय जनता पार्टी के आगरा छावनी से विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि नामनेर कुतलूपुर के नेताजी नगर में कई वर्षों से अवैध मस्जिद बनाई जा रही है। वर्ग विशेष के लोगों ने इस अवैध मस्जिद के ऊपर पुनः निर्माण शुरू कर दिया था। इन लोगों ने होली वाले दिन जानबूझकर तराई वाला पानी नीचे होली खेल रहे लोगों पर डाल दिया। जब होली खेल रहे लोगों ने पानी डाल रहे लोगों से मना किया तो बस इसी बात पर सैकड़ों लोग मस्जिद से निकल कर हमला करने आ गए। इन विशेष वर्ग के लोगों ने एकजुट होकर होली खेल रहे लोगों पर धावा बोल दिया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस हमले में एक व्यक्ति गंभीर घायल हो गया है। विधायक डॉ. धर्मेश ने कहा कि इस दौरान हमलावरों ने वहां पर खड़े वाहनों को भी नहीं बख्शा उनमें जमकर तोड़फोड़ की।
विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि विशेष वर्ग के लोगों ने जो हमला किया इसमें स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई की है और उसमें कुछ लोग जेल भी गए हैं। अब सवाल यह है कि आखिर इन लोगों ने जिला प्रशासन, विकास प्राधिकरण और पुरातत्व विभाग की अनुमति के बगैर इस मस्जिद का निर्माण आवासीय भूखंड पर कैसे किया हुआ था। विधायक ने कहा कि बगैर जिलाधिकारी की अनुमति के इस मस्जिद का आवासीय क्षेत्र में यह अवैध निर्माण हो गया, इस पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होनी चाहिए।
अवैध गतिविधियों पर विराम लगे
विधायक डॉ.जीएस धर्मेश ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि इस मस्जिद के बगल में ही जमील एवं अन्य व्यक्ति रहता है जिसको पाकिस्तान से फंडिंग होती है। यही लोग यहां पर सांप्रदायिक माहौल बनाकर शहर की फ़िज़ा खराब करना चाहते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले से अवगत कराऊंगा जिससे शहर में इस तरह की अवैध गतिविधियों पर विराम लगे और पाकिस्तान फंडिंग की जांच हो।