उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के रिप्ड जींस (Ripped jeans)को लेकर महिलाओं के पहनावे के प्रति दिए गए बयान से देश भर में बवाल मचा हुआ है। वहीं राजनीतिक पार्टियां इस बयान को लेकर अपनी चुनावी रोटियां सेंकने में लगी हैं। इसी बीच अब गुजरात के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शामलाजी विष्णु मंदिर ट्रस्ट ने एक विवादास्पद फैसला कर दिया है। बता दें इस ट्रस्ट ने छोटे कपड़े पहन कर आने वाले श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को यह नियम लागू किया गया।
मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि ऐसे कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर के बाहर ही रोक दिया जाएगा। हालांकि, ट्रस्ट खुद अपनी ओर से दर्शन करने तक के लिए कपड़ों की व्यवस्था करेगा। इसके तहत मंदिर के बाहर ही पुरुषों के लिए धोती और पीतांबर और महिलाओं के लिए लहंगे की व्यवस्था की जाएगी, इन कपड़ों को पहनकर मंदिर में प्रवेश किया जा सकेगा। अब ट्रस्ट ने मंदिर के बाहर एक साइन बोर्ड भी लगाया है जिसमें लिखा है- “दर्शन के लिए आने वाले भाइयों-बहनों से विनती है कि छोटे कपड़े पहनकर और बरमूडा पहनकर मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा, मास्क पहनना अनिवार्य है।”
गुजरात के अरवल्ली जिले में स्थित शामला जी एक कस्बा है, जो कि शामलाजी विष्णु मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहां यह मंदिर करीब 2,000 साल पुराना स्थित है। शामलाजी मंदिर मेशवो नदी के किनारे बना हुआ है। यह श्रीहरि के आठवें अवतार श्रीकृष्ण के श्यामल स्वरूप के नाम पर है। गुजरात के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से शामला जी मंदिर एक है।
उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह ने अपने बयान में कहा था,”औरतों को घुटने के पास फटी जींस पहने देखकर हैरानी होती है। ऐसी महिलाएं बच्चों के सामने ऐसे कपड़े पहनेंगी तो उन्हें क्या संस्कार देंगी?” इस बयान के आने के बाद से सोशल मीडिया पर लगातार मुख्यमंत्री पर टिप्पणी की जा रही है। वहीं राजनीतिक पार्टियां उनका पुतला फूंक कर प्रदर्शन कर रही हैं। सोशल मीडिया पर कई महिलाओं ने सीएम तीरथ सिंह रावत पर शब्द बाण चलाने के लिए रिप्ड जींस के साथ फोटो शेयर करके अपना आक्रोश व्यक्त किया है।