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कोरोना संकट से उबारने को शमशान घाट के सामने बाबा कर रहे हैं शिव तपस्या, सोशल डिस्टेंसिन्ग के साथ सूर्य नमस्कार की अपील

by admin

आगरा। भारत आस्थाओं का देश है। जब कभी भी कोई संकट आता है तो उससे बचाव के साथ साथ पूजा अर्चनाओं के साथ दुआओं का दौर भी शुरू हो जाता है। कोरोना वायरस जैसी महामारी से आज पूरा विश्व जूझ रहा है। इस संक्रमण से भारत देश भी अछूता नहीं है। चिकित्सक इस संक्रमण के रोगियों के इलाज कर रहे हैं तो विश्व भर के वैज्ञानिक इस महामारी की दवा खोजने में लगे हुए है। कोरोना के बढते इस प्रकोप को लेकर शहर में नाथ संप्रदाय से जुड़े एक साधु शंकर नाथ योगी ने भगवान शिव की तपस्या शुरू कर दी है।

बताया जाता है कि पोइया गांव के यमुना किनारे श्मशान घाट के सामने बाबा शंकर नाथ योगी 12 अप्रैल से धूमनी लगा कर शिव की तपस्या कर रहे हैं। बाबा शंकर नाथ योगी ने अपने चारों तरफ कंडे की धूमनी लगा कर उसमे आग जलाकर भगवान शिव की लगातार आराधना के साथ तपस्या कर रहे हैं।

बाबा शंकर नाथ का कहना है कि जब जब इस धरा पर संकट आया है। प्राणियों के साथ साथ पशु पक्षी भी भगवान की शरण में गए हैं तो उसका निवारण अवश्य हुआ है और यह सब सच्ची आस्था पूजा-अर्चना व तप के कारण ही होता है।

बाबा शंकर नाथ का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी पूरे विश्व के फैल चुकी है लेकिन अभी तक इसकी कोई दवा नहीं बनी है। जब ऐसी स्थिति होती है तो सच्ची आस्था और पूजा आराधना ही काम आएगी, इसलिये वो इस संकट के निवारण के लिए भगवान शिव की धूमनी लगाकर तपस्या कर रहे है। जब तक इस कोरोना महामारी खत्म नही होती व दवा नहीं बनती वो तपस्या करते रहेंगे।

इस दौरान बाबा ने लोगों से सतर्क रहते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो गाइडलाइन का अनुपालन करने की अपील की है, साथ ही प्रतिदिन उठकर सूर्य नमस्कार करने की सभी से अपील की है। उनका कहना है कि भगवान सूर्य की पूजा आराधना सभी को निरोगी बनाती है, इसीलिए सभी लोग सुबह उठकर सूर्य नमस्कार अवश्य करें।

फिलहाल बाबा की इस तपस्या को कुछ लोग अंधविश्वास तो कुछ लोग आस्था से जुड़ी हुई बात कह रहे हैं।

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