Agra. जनपद में कोरोना से बचाव के लिए अब दर्द रहित टीका लगेगा। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अब जनपद में कोविशील्ड और को-वैक्सीन के अलावा जायकोव-डी का टीका भी लगाया जाएगा। इसके लिए बुधवार को संभागीय परिवार नियोजन प्रशिक्षण केंद्र में सीएमओ की अध्यक्षता में ट्रेनिंग हुई। इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के सब रीजनल टीम लीडर डॉ. विकास गुप्ता द्वारा जायकोव-डी वैक्सीन लगाने का डेमो दिया गया। इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन, राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के नोडल अधिकारी डॉ. पीके शर्मा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. बीएस चंदेल मौजूद रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जायडस कैडिला कंपनी द्वारा तैयार की गई जायकोव-डी नाम की वैक्सीन जल्दी ही जनपद में लोगों को 40 फार्माजेट द्वारा लगाई जाएगी। यह दर्द रहित वैक्सीन है। शासन स्तर पर इसकी सारी योजना तैयार कर ली गई है और सूबे के 14 जनपदों में इसे लगाया जाएगा। आगरा में इसकी 402420 डोज आएंगी और 134100 लक्षित लाभार्थियों इसे लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वैक्सीन को लगाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि नए टीके की डोज फार्माजेट आवंटित किए गए हैं। उन्होंने बताया यह टीका दर्द रहित है जो लोग सूई से डरते हैं, उनके लिए यह टीका सबसे अच्छा सरल उपाय है। जनपद में जायकोव-डी टीके की खेप आते ही सत्र निर्धारित कर टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा । सबसे पहले जिला स्तरीय अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जल्द ही सत्र लगाएं जाएंगे।
जायकोव-डी वैक्सीन के लिए दिया जाएगा प्रशिक्षण
टीकाकरण से पूर्व चिह्नित जनपद में अब टीकाकरण कर्मियों को जयकोव-डी के बारे में जानकारी देते हुए प्रशिक्षण किया जाएगा। पिछले दिनों ज़ूम मीटिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधियों को टीकाकरण के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है।
लगाई जाएंगी तीन डोज
डीआईओ डॉ. वर्मन ने बताया कि जायकोव-डी को 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को 28 दिन के अंतराल पर फार्माजेट के माध्यम से तीन डोज लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक महामारी से बचाव के लिए लोगों को कोविशील्ड और को-वैक्सीन की डोज दी जा रही है। लोगों को इन दोनों वैक्सीन के दो डोज लगवाने होते हैं लेकिन इस तीसरी वैक्सीन के लोगों को 3 डोज लेने होंगे। 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को यह वैक्सीन लगाई जाएगी। डीआईओ ने बताया कि जायकोव-डी के हर डोज के बीच कम से कम 28 दिन का अंतराल रहेगा। जायकोव-डी का पहला डोज लेने के 28वें दिन दूसरा डोज और 56वें दिन तीसरा डोज लेना है। यह पहला ऐसा टीका है जिसमें तीन डोज लेनी है। इसका कोर्स कोविशील्ड से पहले ही पूरा हो जाएगा। दो डोज वाली कोविशील्ड के दोनों डोज के बीच का अंतराल 84 दिन होता है।
वैक्सीन लगाते समय नहीं होगा दर्द
वैक्सीन सिरिंज की बजाय नीडल फ्री एप्लीकेटर के जरिए दी जाएगी. एप्लीकेटर का नाम ‘फार्माजेट’ है. जायडस कैडिला की वैक्सीन निडिल की बजाए नीडल फ्री एप्लीकेटर की मदद से दी जाएगी। इस एप्लीकेटर से वैक्सीन लगने में दर्द नहीं होता साथ ही अन्य तरह के साइड इफेक्ट से भी बचा जा सकता है। वहीं कंपनी का दावा है कि जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी करीब 25 डिग्री के तापमान पर 3 महीनों तक टिक सकती है। इससे वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन और स्टोरेज में आसानी होगी।