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श्री कृष्ण की वेशभूषा में पर्यटक को ताज परिसर में प्रवेश न देने पर हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश, किया ये ऐलान

by admin
Anger among Hindu organizations for not allowing tourist in the dress of Shri Krishna to enter the Taj complex, announced this

Agra. शनिवार को मोहब्बत की निशानी ताजमहल (Tajmahal) को निहारने के लिए प्रभु श्री कृष्ण की वेशभूषा में पहुंचा एक पर्यटक (Tourist) को रोके जाने से हिंदूवादी संगठनों में रोष व्याप्त है। रविवार को अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी माल रोड स्थित एएसआई (ASI) विभाग के कार्यालय पहुंचे। अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने एएसआई विभाग के गेट के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस की मौजूदगी में अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने एएसआई विभाग के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार की ऑफिस के बाहर अपनी मांग पद का ज्ञापन चस्पा कर दिया।

अखिल भारत हिंदू महासभा महिला मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष मीना दिवाकर का कहना था कि श्री कृष्ण की वेशभूषा में पर्यटक को ताजमहल में प्रवेश न दिए जाना भगवान श्री कृष्ण के साथ साथ हिंदू समाज का अपमान है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मीना दिवाकर ने सरकार और एसआई विभाग से मांग की है कि जय श्री कृष्ण की वेशभूषा में पर्यटक अंदर नहीं जा सकते तो फिर बुर्के में विशेष समाज की महिलाएं और टोपी लगाकर पुरुष कैसे चले जाते हैं।

अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने भी इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं। उनका कहना है कि यह सीधे-सीधे हिंदू धर्म पर कुठाराघात है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एएसआई विभाग ने श्रीकृष्ण की वेशभूषा में पहुंचे पर्यटक को ताजमहल में प्रवेश करने से रोक दिया। अगर कल सुबह के मुख्यमंत्री आगरा ताजमहल में आएंगे तो क्या यह यही विभाग उन्हें गेरुआ रंग के वस्त्र पहनने के कारण रोक देगा।

फिलहाल हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने साफ कहा है कि अगर यह एएसआई विभाग ने अपनी इस नीति को नहीं बदला तो हिंदूवादी उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे।

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