आगरा। दो कथित मीडियाकर्मियों ने नौकरी लगवाने के नाम पर युवाओं को ठगा। पुलिस ने दबोचा। जानिए क्या बताया एसपी सिटी ने।
नौकरी लगवाने के नाम पर दो कथित मीडियाकर्मियों ने युवाओं को जाल में फंसाया और उनसे सात लाख रुपये ले लिए। इसके बदले एक स्कूल का नियुक्ति पत्र भी दे दिया। जब नियुक्ति पत्र फर्जी निकला तो पीड़ित ने पैसे वापस मांगे। इस पर आरोपी धमकाने लगे। पीड़ित ने एडीजी जोन से शिकायत की। एडीजी जोन ने जांच पड़ताल कराई तो मामला सही निकला। इस पर पुलिस ने शनिवार को एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मामला ताजगंज थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। ताजगंज निवासी रिजवान ने एडीजी जोन से शिकायत में आरोप लगाया था कि सुल्तानपुरा निवासी इस्लामुद्दीन और मोहसिन ने वर्ष 2018 में उनसे संपर्क किया था। खुद को मीडियाकर्मी बताया। बड़े लोगों से अपनी पहचान बताई। शिक्षा विभाग में नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया। रिजवान सहित दो अन्य लोगो ने उन पर भरोसा करके सात लाख रुपये नौकरी के लिए दे दिए।
इस पर दोनों ने 14 अप्रैल, 2018 को दोनों आरोपियों ने केवीवाई सेंटर, कानपुर नगर का नियुक्तिपत्र दे दिया। वह सेंटर पर गए तो मैनेजर और प्रधानाध्यापक ने नियुक्ति पत्र फर्जी बताया। लौटकर उन्होंने इस्लामुद्दीन और रिजवान से अपने रुपये वापस मांगे। दोनों ने उन्हें चेक दिया जोकि बाउंस हो गया। शिकायत करने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगे। आरोपी द्वारा पैसे वापस ना करने और धमकियां देने पर पीड़ित ने एडीजी जोन की शिकायत की और इस मामले की जांच कराकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई थी।
एडीजी जोन ने इस मामले की जांच के आदेश एसपी सिटी को दिए। जांच में मामला सही निकला। एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर थाना ताजगंज में धोखाधड़ी सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी इस्लामुददीन को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मोहसिन अभी फरार है। इस कार्यवाही के दौरान इस्लामुद्दीन के पास से प्रेस का आईडी कार्ड, 67 विजिटिंग कार्ड, छह फोटो और अन्य कागजात बरामद हुए हैं।