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यूक्रेन में फंसी आगरा की छात्रा लौटी सकुशल, भगवान टॉकीज पर हुआ जोरदार स्वागत, सुनाई दास्ताँ

by admin
Agra student trapped in Ukraine returned safely, received a warm welcome at Bhagwan Talkies, narrated the story

Agra. यूक्रेन-रूस के बीच छिड़े घमासान के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का अपने वतन भारत लौटना शुरू हो गया है। यूक्रेन में आगरा के भी कई छात्र छात्राएं फंसे हुए है जो एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। इन छात्रों में शामिल एक मेडिकल स्टूडेंट साक्षी सिकरवार की रविवार को आगरा वापसी हो गयी। साक्षी के सही सलामत वतन पापी पर माता-पिता तो उत्साहित हैं। इस दौरान मून ब्रेकिंग से वार्ता करते हुए साक्षी ने उक्रेन में अपना आंखों देखा हाल बयां भी किया।

मून ब्रेकिंग से वार्ता करते हुए साक्षी सिकरवार ने यूक्रेन में चल रही गतिविधियों के बारे में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि ‘रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद वह और उसके साथी डर के साए में जी रहे थे। अगले कुछ पलों में क्या हो जाए किसी को नहीं मालूम था और यही डर उन्हें पल-पल सता रहा था।’ उन्होंने कहा कि ‘बमबारी शुरू होने के बाद तो ऐसा लगा कि उन पर भी बम आकर गिर सकता है।’

जिंदगी भर याद रहेगा अनुभव

यूक्रेन से लौटी साक्षी सिकरवार ने बताया कि यूक्रेन का अनुभव उन्हें जिंदगी भर याद रहेगा। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि दो देशों के बीच हुए युद्ध को वो देख पाएंगे और युद्ध में वो फंस भी सकती हैं। पल-पल मौत का डर और उस पर जिंदगी जीने की आस का यह अनुभव और यह सफर ता उम्र याद रहने वाला है।

काफी संख्या में फंसे हैं छात्र

साक्षी का कहना है कि अभी भी काफी संख्या में छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उन्हें सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया जा रहा है, साथ ही जहां से इन छात्रों को यह लिफ्ट किया जाना है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास उन्हें हंगरी या फिर रोमानिया तक पहुंचाने का कार्य भी कर रही है।

हंगरी बॉर्डर से बुडापेस्ट होते हुए लाया गया भारत

रविवार को आगरा पहुंची मेडिकल छात्रा साक्षी सिकरवार ने बताया कि उन्हें हंगरी बॉर्डर से बुडापेस्ट होते हुए एयर इंडिया की फ्लाइट से पहले भारत लाया गया। वहां से आगरा भेजा गया। उनका कहना है कि पिछले 3-4 दिनों से हालात बेकाबू होने लगे थे। बहुत असुरक्षित थे, कभी भी हमला होने की आशंका थी लेकिन भारतीय दूतावास ने पूरा साथ दिया। ई-मेल पर संपर्क कर सुरक्षित ठिकाने अंग्रेजी बॉर्डर तक पहुंचाया। उसके बाद भारत तक भेजा। बताया कि फर्स्ट ईयर के सभी विद्यार्थी आ चुके हैं लेकिन सीनियर अभी भी रुके हुए हैं, उनको भी बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। साक्षी उजरोब में रह रही थीं।

भगवान टॉकीज पर हुआ स्वागत

साक्षी की सकुशल वतन वापसी को लेकर भगवान टॉकीज चौराहे पर माता-पिता के साथ-साथ पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने साक्षी का जोरदार स्वागत किया। महिलाओं ने तो उन्हें जोर से गले लगाया तो हर व्यक्ति जिसने सुना साक्षी यूक्रेन से लौटी है तो उसका हालचाल जानने के लिए उसे दो बातें जरूर की और वहां की स्थिति को भी जाना।

माता-पिता हुए ख़ुश

बेटी को सुरक्षित घर पाकर उनके पिता कृष्णजी सिकरवार और मां शशि सिकरवार ने राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि हालात बिगड़ते देख उनकी भूख प्यास सब खत्म हो गई थी। दिन भर सिर्फ बच्ची की सुरक्षा की चिंता सताती थी लेकिन अब वह घर आ गई है तो अब उन्हें राहत मिली है। वह कामना करते हैं कि सभी फंसे विद्यार्थी जल्द से जल्द भारत अपने घर लौटे।

पीएम मोदी का जताया आभार

वतन वापसी और परिवार से मिलने के बाद साक्षी सिकरवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि उनके प्रयास से वतन वापसी कर पाई हैं। जिस बस में वह सवार थे उस पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज लगा था तो रूस व अन्य देश की सेनाओं ने उन्हें रोका नहीं बल्कि उन्हें वतन वापसी में मदद भी की और यह सब सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से संभव हो पाया है।

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