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आगरा पुलिस ने डॉ. सुमित अग्रवाल से की पूछताछ, एसएसपी ने किया कमरे का निरीक्षण, इन सवालों के जवाब ढूंढे

by admin

आगरा। गंभीर धाराओं में नामजद डॉ सुमित अग्रवाल को थाना ताजगंज पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने घंटों तक गहन पूछताछ की है। बताते चलें कि आगरा के प्रसिद्ध हलवाई देवीराम के बेटे और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ एससी अग्रवाल की पुत्र वधू डॉ दीप्ति अग्रवाल ने फांसी का फंदा चूम कर जान देने की कोशिश की थी। जिन्हें गंभीर अवस्था में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसके बाद डॉ दीप्ति अग्रवाल को बेहतर इलाज के लिए फरीदाबाद रेफर कर दिया गया था जहां डॉ दीप्ति अग्रवाल की इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद डॉ सुमित अग्रवाल सहित बड़े भाई और भाभी के खिलाफ दहेज हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। आगरा के हाई प्रोफाइल मामले में थाना ताजगंज इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार के साथ में सीओ सदर प्रभात कुमार ने डॉ सुमित अग्रवाल से गहन पूछताछ की है। इस मामले में इंस्पेक्टर ताजगंज ने डॉक्टर सुमित अग्रवाल से एक-एक कर कई सवालों से के प्रश्न जाने हैं।

पुलिस के सवाल –

  • घटना वाले समय डॉ सुमित अग्रवाल की लोकेशन कहां पर थी
  • डॉ सुमित अग्रवाल और डॉ दीप्ति अग्रवाल के बीच विवाद का मुख्य कारण क्या है
  • सुसाइड नोट में डॉ दीप्ति अग्रवाल द्वारा लिखे गए क्रश नाम का व्यक्ति कौन है।
  • थाना ताजगंज पुलिस ने डॉक्टर सुमित अग्रवाल के फ्लैट के डीवीआर को कब्जे में लेकर सीसीटीवी भी खंगाले हैं। सीसीटीवी के माध्यम से पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि डॉ दीप्ति अग्रवाल को गंभीर अवस्था में कौन-कौन व्यक्ति हॉस्पिटल में भर्ती कराने गए थे।

इस मामले में मृतका के पिता ने एक करोड़ के अतिरिक्त दहेज की मांग और पुत्री की हत्या किए जाने जैसे गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया है। इस मुकदमे में दीप्ति अग्रवाल के पति डॉ सुमित अग्रवाल, ससुर डॉक्टर एससी अग्रवाल, जेठानी तूलिका और जेठ डॉ अमित नामजद है। इस मामले में डॉ सुमित अग्रवाल का मेडिकल कराकर पुलिस रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश करेगी। रविवार होने के चलते रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने वाले डॉ सुमित अग्रवाल रविवार को जेल भेजा जा रहा है।

पुलिस जेठ अमित और जेठानी तूलिका की भूमिका भी जानने का प्रयास कर रही है। इस मामले में एसएसपी आगरा बबलू कुमार ने एक विशेष टीम का गठन किया है। एसएसपी ने डॉ सुमित अग्रवाल के कमरे का परीक्षण किया है। उनकी जांच के मुताबिक

  • पंखे पर लटकने के लिए डॉक्टर दीप्ति अग्रवाल को स्टूल की जरूरत होनी चाहिए थी मगर स्टूल बेड के नीचे मिले हैं।
  • जिस पंखे से डॉक्टर दीप्ति अग्रवाल ने फांसी लगाई। उस पंखे पर धूल नहीं हटी है जबकि फांसी लगाने वाले फंदे से पंखे की धूल साफ होनी चाहिए थी।

ऐसे में एसएसपी आगरा बबलू कुमार यहां क्राइम सीन तैयार करा सकते हैं। इस केस का दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए एसएसपी ने अपने स्तर से पूरी ताकत झोंक दी है। पुलिस कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल और तफ्तीश कर रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि डॉ दीप्ति अग्रवाल को बाद में पंखे पर लटकाया गया हो जिससे स्टूल और अन्य सामान की जरूरत नहीं पड़ी हो। बहरहाल अब देखना होगा आगरा के हाईप्रोफाइल घराने के इस मामले में आगरा पुलिस की जांच में क्या कुछ सामने आ पाता है।

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