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आगरा : सामूहिक विवाह समारोह में देखने को मिला सर्वधर्म सद्भाव का अनूठा संगम

by admin

आगरा। मोहब्बत और अमन चैन का पैगाम देने वाली मोहब्बत की नगरी आगरा में मंगलवार को एक अनूठा संगम देखने को मिला। एक तरफ हिन्दू रीति रिवाज से हिन्दू नवयुगल की शादी हो रही थी तो दूसरी ओर निकाह का कलमा पढ़ा जा रहा था। सद्भावना का यह अनूठा संगम सामूहिक विवाह समारोह में देखने को मिला। सामूहिक विवाह समारोह में हिंदुओं के साथ साथ मुस्लिम युवक-युवतियों के विवाह एक साथ संपन्न कराए गए। सद्भावना और भाईचारे का गवाह आगरा का कोठी मीना बाजार मैदान बना।

मंगलवार को कोठी मीना बाजार मैदान पर उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ‘कन्या विवाह सहायता योजना’ के अंतर्गत सामूहिक विवाह समारोह मे आयोजन किया गया। इस समारोह की जिम्मेदारी श्रम विभाग को सौंपी गई थी। इस सामूहिक विवाह आयोजन में 1100 से अधिक नवयुगल शादी के पवित्र बंधन में बंधे और अपने नए जीवन की शुरुआत की।

मंगलवार को कोठी मीना बाजार मैदान में जहां नजर ले जाएं वहां सिर्फ लाल जोड़े में सजी दुल्‍हनेें और सेहरा सजाए दूल्‍हे ही दूल्‍हे नजर आ रहे हैं। एक तरफ वैदिक मंत्र उच्चारण के माध्यम से सात फेरे करावा रहे थेे तो दूसरी ओर एक काजी निकाह की कलामें पढ़ कर निकाह सम्पन्न करा रहे थे। इस अनूठे संगम को जिसने भी देखा उसने इस भव्य कार्यक्रम की सराहना तो की ही वहीं इस आयोजन को सर्वधर्म सद्भाव व एकता की मिशाल बताया।

सामूहिक विवाह समारोह में तकरीबन 1100 जोड़ों का विवाह कराने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन इस लक्ष्य से अधिक 1260 नव युगल दांपत्य जीवन मे बंधे। बताया जाता है कि सामूहिक विवाह समारोह में आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी और मथुरा के लगभग 35 जोड़े मुस्लिम समाज के थे जिनके निकाह 6 काजियों ने सम्पन्न कराये।

इस सामूहिक विवाह में जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। महापौर नवीन जैन और सांसद प्रो0 एसपी सिंह बघेल अपनी अर्धांगनी के साथ पहुँचे। दोनों ने ही अपनी पत्नियों के साथ सामूहिक विवाह में बेटियों का कन्यादान कर पुण्यलाभ कमाया।

सामूहिक विवाह समारोह के दौरान उप श्रम आयुक्त विभाग की ओर से सभी व्यवस्थाएं की गई थी। एक तरफ जहां बैंड बाजों का खासा इंतजाम था और ढोल नगाड़े बज रहे थे तो दूसरी ओर शहनाई की धुन सुनाई दे रही थी। इस दौरान लोगों के खाने-पीने और नाश्ते का भी पूरा इंतजाम किया गया था जो किसी घरेलू शादी से कम नजर नहीं आ रहा था।

उप श्रमायुक्त धर्मेद्र सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से सामूहिक विवाह समारोह आयोजन की शुरुआत की गई है। इसके माध्यम से गरीब और मजदूर की बेटियों की बेहतर तरीके से शादी करवाना है। इस दौरान सरकार की ओर से सामूहिक विवाह में शामिल निर्माण श्रमिकों की बेटियों को आर्थिक मदद से लाभान्वित भी किया जाता है।

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