आगरा। भाजपा से लोकसभा प्रत्याशी प्रो एसपी सिंह बघेल की मुश्किलें कम होती नजर नही आ रही है। आगरा सुरक्षित सीट से किसी दलित समाज के व्यक्ति को प्रत्याशी न बनाये जाने से नाराज दलित समाज के एक गुट ने प्रो एसपी सिंह बघेल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। रविवार देर रात दलित समाज के लोग एकत्रित होकर रिटर्निंग ऑफिसर सीडीओ रविन्द्र कुमार मादंड के निवास पर पहुँचे।
दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल ने पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा और आरोप लगाया कि आगरा सुरक्षित सीट से भाजपा के जो प्रत्याशी हैं एसपी सिंह बघेल उन्होंने फर्जी तरीके से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया है और उसी के सहारे वो लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि धनगर नाम की जाति संविधान में वर्णित अनुसूचित जातियों की सूची एवं निर्वाचन विधि निर्देशिका में वर्णित जातियों की सूची में नही है। उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जातियों की सूची में 27 नंबर पर धंगड़ जाति अंकित है न कि धनगर जाति। फिर भी एसपी सिंह बघेल ने इस जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया जो कोई जाति ही नही है। दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल ने प्रो एसपी सिंह बघेल के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर उन्हें नामांकन प्रक्रिया में प्रतिबंधित करने की मांग की है।
दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल में शामिल राजकुमार का कहना है कि अभी तक हमने धर्म बदलने वाले व्यक्ति देखे लेकिन जाति बदलने वाला पहला व्यक्ति देख रहे हैं जो भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल है। इन्होंने शिक्षा ठाकुर जाति के तहत ली और विधानसभा चुनाव ओबीसी जाति और अब एससी जाति के प्रमाणपत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है।