आगरा। थाना जगदीशपुरा के मालखाने से चोरी के मामले में गिरफ्तार किए गए सफाई कर्मी अरुण की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई है। इसकी जानकारी होने पर सुबह से ही वाल्मीकि समाज के कई नेता पोस्टमार्टम हाउस, एसएन पर पहुंच गए। उत्तर प्रदेश राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य कमल सिंह वाल्मीकि और सफाई कर्मचारी संघ के नेता विनोद इलाहाबादी अपने समर्थकों के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दूसरी तरफ़ जगदीशपुरा थाने का घेराव करने के लिए वाल्मीकि समाज के कई नेता पहुंच रहे हैं। सुबह नगर निगम के सफाई कर्मचारी नेता गौरव वाल्मीकि थाने पहुंचे।
सफाई कर्मचारी अरुण की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए मृतक के भाई की सोनू की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। यह थाना जगदीशपुरा में अज्ञात में दर्ज किया गया है।
इस मामले में एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि मृतक के परिवार वालों ने संदेह जताया था कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की है। मृतक के भाई ने तहरीर दी है। इसके आधार पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। एडीजी ने कहा कि माहौल को देखते हुए शांति बनाए रखने के लिए पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
ये था मामला
आगरा के थाना जगदीशपुरा में 16 अक्टूबर की रात को मालखाने के ताले तोड़कर 25 लाख कैश चोरी कर लिया गया था। रविवार सुबह चोरी की जानकारी होने पर थाना प्रभारी सहित छह पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए थे। चोरी करने के आरोप में पुलिस ने मंगलवार को सफाईकर्मी अरुण को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। इसके बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उसके पास से 15 लाख रुपये बरामद किए थे।
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि अरुण ने मालखाने से 25 लाख कैश चोरी करने की घटना स्वीकार की थी। अन्य कैश की बरामदगी के लिए पुलिस अरुण को लेकर उसके घर पहुंची। तभी उसकी तबीयत बिगड़ गई। अरुण को उनके परिजनों की मौजूदगी में पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची। वहां उसे मृत घोषित कर दिया।