विश्व हिंदू परिषद ने 52 सालों में पहली बार अपने अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराया है इस चुनाव में विष्णु सदाशिव गोखले को जीत हासिल हुई। इस चुनाव के बाद से यह तय हो गया है कि विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष पद पर प्रवीण तोगड़िया को हटना पड़ेगा लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष रहेंगे या नहीं अभी तक यह पता नहीं चल पाया है।
बताते चलें कि विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए 2 उम्मीदवार मैदान पर थे और परिषद के सदस्यों में किसी एक के नाम पर सहमति ना बन पाने के कारण चुनाव कराने का फैसला लिया गया था। तोगड़िया ने राघव रेड्डी का समर्थन किया था जबकि हिमाचल प्रदेश के पूर्व गवर्नर और MP हाई कोर्ट के पूर्व जज विष्णु सदाशिव कोकजे राघव रेड्डी के खिलाफ मैदान में खड़े थे।
जानकारी के मुताबिक चुनाव में कुल 192 वोट डाले गए जिसमें 131 वोट को कोकजे को और 60 वोट राघव रेड्डी को मिले।
गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद के प्रवीण तोगड़िया और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा था। यही वजह है कि इस चुनाव में विश्व हिंदू परिषद को मिले नए अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष को पीएम मोदी और अमित शाह के खेमे की जीत बताई जा रही है।
वहीं दूसरी ओर प्रवीण तोगड़िया विश्व हिंदू परिषद में किसी पद पर रहेंगे या नहीं इस पर अभी संशय बना हुआ है। हालांकि चुनाव पूर्व प्रवीण तोगड़िया ने यह कहा था कि अगर उन्हें जिम्मेदारी नहीं मिली तो वह फिर से इलाज करना शुरू कर देंगे।