Agra. एक युवती घर से नाराज होकर निकली और सुसाइड का मन बनाकर रेलवे ट्रैक पर पहुँच गयी। ट्रैक पर बैठकर ट्रेन का इंतजार करने लगी। तभी वहां से गुजर रहे गैंगमैन की नजर उस पर पड़ी। वह युवती के पास पहुँचा और युवती को समझाने लगा लेकिन युवती नही मानी। गैंगमैन भी वहां से नही गया तो युवती आगे ट्रैक पर चलने लगी। गैंगमैन ने उसका हाथ पकड़कर ट्रैक से हटाने का प्रयास किया तो वह हाथ छुड़ाकर ट्रैक पर आगे भागने लगी। इस बीच फ्लाईऑवर पर खड़े लोगों ने उसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
घरवालों से नाराज थी युवती
घटना मंगलवार दोपहर की है। बताया जा रहा है कि युवती घरवालों से किसी बात पर नाराज हो गई थी। इस वजह से वह मौत को गले लगाने जा रही थी। इसलिए वह सिकंदरा स्थित गुरुद्वारा गुरु का ताल के सामने रेलवे ट्रैक पर सुसाइड करने की नीयत से पहुँच गयी। गैंगमैन ने जब उसे रेलवे ट्रैक पर बैठे देखा और हटने को कहा तो युवती ने सुसाइड की बात करने लगी। कुछ ही देर में लोगों की भीड़ जुट गई और सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी। पुलिस की पूछताछ पर युवती ने बताया कि वह शास्त्रीपुरम की रहने वाली है। वह विवाहिता है उसका छोटा बच्चा भी है। परिवार में कलह के कारण वो तनाव में थी। अपने छोटे बच्चे को वो अपनी सास को सौंपकर किसी बहाने से घर से निकल आई और उसने तय कर लिया था कि वो सुसाइड करेगी।
‘बार-बार कह रही थी कि मैं सुसाइड करना चाहती हूं’
जानकारी के मुताबिक युवती को गैंगमैन जब ट्रैक से उठा रहा था तो युवती ट्रैक से उठ नहीं रही थी और बार बार चिल्ला रही थी कि मैं सुसाइड करना चाहती हूं। मुझे अब जीना नहीं है। यह सुनकर तो एक बार गैंगमैन के भी होश उड़ गए थे लेकिन गैंगमैन द्वारा बार बार समझाने पर युवती को बमुश्किल ट्रैक से हटाकर साइड में किया।
लोगों ने वीडियो बनाकर किय्या वायरल
गैंगमैन और युवती के बीच हो रहे विवाद और फिर युवती के रेलवे ट्रैक पर हाथ छुड़ाकर दौड़ते हुई घटना का गुरुद्वारा गुरू के ताल फ्लाईओवर पर खड़े कुछ लोगों ने वीडियो बनाया और फिर से सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
कर्मचारी को किया जाएगा सम्मानित
आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि सिकंदरा गुरु का ताल फ्लाई ओवर के पास गैंगमैन कमलेश अपनी ड्यूटी पर थे। उन्होंने देखा कि ट्रैक के बीचो बीच एक युवती बैठी है। वह तुरंत युवती के पास पहुंचे। उसे हटाया। कर्मचारी ने बहुत ही सजगता से काम लिया। उनकी सजगता के चलते युवती को बचाया गया है। उनके इस कार्य के लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।