Agra. गुरुवार को आगरा के अकोला ब्लॉक में राष्ट्रीय पक्षी मोरों के मरने से सनसनी फैल गई थी। आठ मोरों की दर्दनाक मौत को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे थे लेकिन उन सवालों पर अब विराम लग गया है। राष्ट्रीय पक्षी 8 मोर की मौत का कारण कीटनाशक दवा है जिसका सेवन इन मोरों ने किया था। बताते चलें कि जिन 8 मोरों की मौत हुई थी उनका पोस्टमार्टम कराया था और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उनकी मृत्यु नाशक दवा खाने से हुई है। वेटरनिटी ऑफिसर मनोज शर्मा का कहना है कि सभी 8 मोर की मौत गेहूं के पौधों में लगे कीटनाशक का सेवन करने से हुई है। मोरों के गले में गेहूं के दाने मिले हैं।
बताते चलें कि गुरुवार सुबह न्यू दक्षिणी बाईपास के पास लालऊ गांव में लगभग डेढ़ दर्जन मोर खेतों में बेहोश पडे़ मिले। इन सभी के मुंह से झाग निकल रहा था। खेतों में काम करने पहुंचे किसानों ने मोरों को इस स्थिति में देखा तो इसकी जानकारी तुरंत वन विभाग को दी। राष्ट्रीय पक्षी मोर की दुर्दशा की जानकारी होते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गयी। वन विभाग की टीम ने मोरों का परीक्षण किया तो उसमें आठ मोर मर चुके थे और आठ बेहोश थे। वन विभाग की टीम ने बेहोश 8 मोरों को तुरंत उपचार के लिए कीठम भेज दिया तो वहीं जो मोर मर चुके थे उनका पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार करा दिया गया।