आगरा जनपद के ब्लॉक पिनाहट क्षेत्र में वायरल संदिग्ध बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है।इसे रोकने के लिये स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है।किन्तु उसकी सब मेहनत बेकार होती चली जा रही है। संदिग्ध बुखार से चार और मासूमों की मौत के बाद अब तक पिनाहट क्षेत्र मेंं मरने वालों की संख्या हुई 22 हो चुकी है।
आपको बता दें पिनाहट ब्लॉक क्षेत्र में इन दिनों डेंगू और वायरल बूखार का भीषण प्रकोप चल रहा है।बुखार से गांव गांव घर-घर चारपाईयां बिछी हुई है।अभी तक पिनाहट क्षेत्र में करीब 22 मासूमों की बुखार से मौत हो चुकी है। जिलाधिकारी से लेकर चिकित्सा विभाग के उच्चअधिकारी भी पिनाहट क्षेत्र का दौरा कर लोगों को जागरूक कर चुके हैं। फिर भी मौत का सिलसिला अभी थमा नहीं है, लगातार पिनाहट क्षेत्र में मासूम दम तोड़ रहे हैं रविवार सुबह तड़के भी पिनाहट के हनुमान नगर मोहल्ला निवासी राम साहय के 10 माह के पुत्र गोलू और जोधपुरा निवासी पिंटू का 5 माह का पुत्र आदर्श की इस जानलेवा बुखार से मौत हो गयी। वहीं मन्नत पुत्री विनोद उम्र करीब तीन बर्ष निवासी जगतूपुरा को आठ दिन से बुखार आ रहा था।

परिजन द्वारा बताया गया कि तबियत ज्यादा बिगड़ने पर चार दिन पूर्व आगरा उपाध्याय नर्सिग होम में भर्ती कराया गया था।जहां तबियत में सुधार न होने पर स्वजन पीजीआई हॉस्पीटल नोयडा लेकर गये। जहां तीन दिन उपचार चलने के बाद शनिवार देर रात को बच्ची की उपचार के दौरान मौत हो गयी।तो वहीं क्षेत्र के ही गांव गरकटू निवासी धम्मू सिंह का 1 वर्षीय पुत्र कन्हैया को 2 दिन से बुखार आ रहा था। परिजनों ने बच्चे को आगरा के निजी अस्पताल उपाध्याय में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान रविवार को बच्चे की मौत हो गई। लगातार हुई बच्चों की मौत के कारण समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड गयी। वहीं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था।मासूमों की मौत पर समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी घरों में गहरा मातम छा गया। वहीं समूचे क्षेत्र में भारी दहशत का माहौल बन गया। वहीं क्षेत्र में अब हर कोई अपने बच्चों को लेकर चिंतित हैं। हालांकि स्वास्थ विभाग की टीमें लगातार गांव-गांव शिविर कैंप लगाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा वितरण कर रही हैं।