आगरा। जनाब के तन पर खाकी वर्दी थी तो लाल कलर की पैशन मोटरसाइकिल। सुबह तकरीबन 10:30 बजे का समय था। खाकी वर्दी में लाल कलर की पैशन मोटरसाइकिल पर सवार जनाब कलेक्ट्रेट के अंदर ही घुस रहे थे तभी पीछे से आवाज आई। ओए ओए रुको रुको। साहब ने पीछे मुड़कर देखा तो ट्रैफिक पुलिस का एचसीपी उन्हें आवाज दे रहा था। साहब पीछे गए ट्रैफिक पुलिस ने कहा लाओ चालान कटवा लो। साहब को कुछ मालूम ही नहीं था। साहब राशन पानी लेकर ट्रैफिक पुलिस के एसीपी पर चढ़ बैठे और कहा कि मैं रकाबगंज थाने का सिपाही श्री कृष्ण हूं। एचसीपी ने कहा आप श्री कृष्ण हो या फिर राम यहां पुलिस कप्तान का आदेश चलता है। एसएसपी के आदेश से ही यहां हेलमेट पहनकर अंदर घुसने की इजाजत है। इतने में साहब का पारा ढीला हो गया।
ट्रैफिक पुलिस ने पर्ची निकाली और 100 रुपए का नगद जुर्माना कर दिया और कानून का पाठ भी पढ़ा दिया कि आइंदा अगर आप कलेक्ट्रेट में आए तो हेलमेट लगाकर ही आए।
इसके बाद एक और दरोगा जी हत्थे चढ़ गए। ताजगंज थाने के दरोगा राजकुमार मिश्र भी बिना हेलमेट के कलेक्ट्रेट में आ रहे थे तो दरोगा जी को भी जेब से ₹ 100 ढीले करने पड़े।
ऐसे नजारे कलेक्ट्रेट में सोमवार को खूब देखने को मिले और आपको भी चेतावनी है कि आप भी अगर कलेक्ट्रेट में जाएं तो हेलमेट जरूर लगाएं। हेलमेट चालान से बचने का तरीका नहीं बल्कि आपका जीवन रक्षक भी है।