आगरा। धनोली, नरीपुरा, खेरिया मोड़, ईदगाह, शाहगंज, तहसील रोड, नालबंद चौराहा और एमजी रोड वाले वाहन चालकों को अब शाहगंज में मिलने वाले जाम से निजात मिलने जा रही है। तकरीबन 40 साल पुराना आगरा वासियों का यह सपना अब जल्द ही पूरा होने जा रहा है। हम बात कर रहे हैं अर्जुन नगर से तहसील रोड तक बनने वाले एलिवेटेड रोड की।
आपको बताते चलें कि शाहगंज जाने वाले राहगीरों को घंटो जाम से जूझना पड़ता था। जिसको लेकर तकरीबन 40 साल से इस क्षेत्र के लोग एलिवेटेड पुल की मांग कर रहे थे। 40 साल पुराना यह सपना अब आगरा वासियों का जल्द पूरा होने जा रहा है। जी हां, उत्तर प्रदेश सरकार ने अब आगरा वासियों की मांग पर मुहर लगा दी है। नगला छउआ से एलिवेटेड रोड का शुभारंभ किया जा रहा है जिस का भूमि पूजन शनिवार को किया गया। भूमि पूजन के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री और छावनी विधानसभा से बीजेपी के विधायक डॉ जी एस धर्मेश, राज्यसभा के सांसद हरद्वार दुबे और महापौर नवीन जैन सहित भाजपा आगरा के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। मंत्र उच्चारण के साथ में भूमि पूजन करने के उपरांत उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री डॉ जी एस धर्मेश ने बताया कि तकरीबन 40 वर्ष पुरानी समस्या और आगरा वासियों की मांग को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार से कई बार पत्राचार किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से स्वयं मिलकर आगरा वासियों की मांग को सामने रखा गया जिस पर प्रदेश सरकार ने मुहर लगा दी है।
विधायक डॉक्टर जी एस धर्मेश का दावा है कि तकरीबन एक वर्ष के अंदर आरओबी पुल तैयार हो जाएगा और आगरा वासियों की यह मांग पूरी होने के साथ-साथ शहर वासियों को भी जाम से निजात मिल सकेगी।
आरओबी पुल के भूमि पूजन के अवसर पर राज्यसभा में सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता हरद्वार दुबे ने बताया आगरा वासियों का यह सपना अब जल्द पूरा होने जा रहा है। शाहगंज ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्र से गुजरने वाला ट्रैफिक और शाहगंज गुजरने वाले राहगीर अब जाम से निजात पा सकेंगे।
आरओबी पुल के शिला पूजन के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के अलावा रेलवे विभाग से एडीआरएम भी मौजूद थे। जिस जगह यह आरओबी पुल का निर्माण किया जा रहा है। वह जगह रेलवे विभाग की है। इसलिए इस शिला पूजन के अवसर पर रेलवे विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। आरओबी पुल के निर्माण में जितना योगदान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं का है। उतना ही योगदान रेलवे विभाग का भी है।